द्रोण शिव मंदिर गगरेट के ऐतिहासिक जंगल के आसपास न लगाया जाए कोई भी क्रैशर: डडवाल

गगरेट (द स्टैलर न्यूज़)। कांग्रेस विंग सोशल मीडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनिल डडवाल ने मंगलवार को अपनी पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गगरेट विधानसभा क्षेत्र के अंबोटा गांव में स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक द्रोण शिव मंदिर के आसपास लगभग 5000 स्केयर मीटर में फैले पुरातन जंगल का अस्तित्व खतरे में है। उन्होंने कहा कि यह पांडवकालीन जंगल अब हम स्थानीय लोगों की उदासीनता की वजह से भारी खतरे में पड़ गया है, जबकि इस जंगल से इसके नजदीकी दर्जनों गांवों को हर साल करोड़ों रुपये कीमत की जीवनदायिनी प्राणवायु आक्सीजन मिलती है।

Advertisements

इस दौरान उन्होंने कहा कि इस जंगल की प्राणवायु ने हमारी सैंकड़ों पीढिय़ों को अपने आँचल की छांव में पाला है। मगर आज हम इतने संगदिल हो चुके हैं की खुद को जीवन देने वाले के जीवन को बचाने के लिए भी आवाज नहीं उठा रहे। उन्होंने कहा कि पहले ही इस जंगल का विभिन्न कारणों से क्षरण हो रहा था, मगर अब इस जंगल की जीवनदायिनी सोमभद्रा नदी के नजदीक खनन एवं पत्थर प्रसंस्करण के लिए बड़ा क्रैशर लगाए जाने से इस जंगल और इसके कई तरह के पानी के स्त्रोत्रों के सूखने का खतरा पैदा हो जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस एरिया के आसपास कोई भी क्रैशर ना लगाया जाए।

उन्होंने कहा कि सरकार की दोगुली नीतियों की बदौलत ही आज हमारी वन संपदा और हमारी खड्डों का अस्तित्व खतरे में है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया तो हम सडक़ प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here