होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। देश में कोई भी और मुख्यमंत्री काम नहीं कर सका जो काम आल इंडिया जाट महासभा के अध्यक्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया। यह शब्द पत्रकारों से बातचीत दौरान आल इंडिया जाट महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरपाल सिंह हरपुरा ने कहे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि विरोधी बनाए तीन कानूनों से किसान को बचाने के लिए पंजाब विधानसभा में तीन बिल पास किए गए। जिससे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जाटों द्वारा उन्हें वोट डालने का मुआवज़ा अदा कर दिया है। इसके लिए पूरी आल इंडिया जाट महासभा अपने अध्यक्ष व मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन को बधाई देती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने कृषि बिलों को पास कर किसानों को खत्म कर सरमाएदारों के किसानों की जमीनें सौंपने की तैयारी कर ली थी तो किसान संघर्ष के रास्ते पर है। जिसका आल इंडिया जाट महासभा लगातार सर्मथन करती है और संघर्ष में जगह-जगह किसानों के साथ खड़ी है। इसके चलते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साहसिक फैसला लिया और विधानसभा में बिल पास कर दिए। जिससे अब पंजाब एमएसपी से कम दाम पर धान व गेहूं नहीं खरीद सकता और अगर कोई ऐसा करता है तो उसे तीन वर्ष की कैद का प्रवाधान कर दिया। पंजाब में एपीएमसी की व्यवस्था बनी रहेगी और मंडी व मंडी के बाहर एक जैसी व्यवस्था रहेगी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा ढाई एकड़ तक जमीन के मालिक किसानों की कर्ज की वसूली के लिए कोई भी अदारा निलामी नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि इससे पहले एसवाईएल के मामले को लेकर जब पानी का मसला आया तो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के पानी को बचाने के लिए विधानसभा का बिल पास किया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तब भी अब भी अपनी कुर्सी की परवाह नहीं की और किसानों के पक्ष में आ गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में आल इंडिया जाट महासभा किसानों के साथ है और हर तरह के संघर्ष में शामिल होगी। इस समय पंजाब के महासचिव अजायब सिंह बोपाराय, महासचिव सुखवीर सिंह मिनहास,आदमपुर के ब्लाक अध्यक्ष जसप्रीत सिंह आदि मौजूद थे।
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