निरंकारी जगत ने श्रद्धापूर्वक मनाया ‘समर्पण दिवस’

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रिपोर्ट: मनप्रीत मन्ना।
गढ़दीवाला (द स्टैलर न्यूज़)। संत निरंकारी मिशन ने निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रथम पुण्य तिथि पर भारत तथा विदेशों देशों में ‘समर्पण दिवस’ मनाया और उनके द्वारा मानवता के प्रति किए गए परोपकारों को याद कर अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए। इस दौरान गढ़दीवाला, हरियाना, होशियारपुर में संत समागमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिल्ली में एक विशाल समागम वर्तमान निरंकारी सद्गुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज के पावन सान्निध्य में आयोजित किया गया, जिसमें मिशन के पंजाब ,हरियाणा तथा देश के अन्य भागों व दूर देशों से आए हुये हकाारों भक्तों ने भाग लिया। इस संबंधी जानकारी देते हुए गढ़दीवाला के मुखी महात्मा मोहन लाल जी ने बताया कि इस अवसर पर निरंकारी भक्तों ने समर्पित भाव से मिशन को उन ऊँचाइयों तक पहुंचाने में योगदान देने के लिए प्रण किया जहाँ

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इसे बाबा हरदेव सिंह जी महाराज देखना चाहते थे। उन्होंने सद्गुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज को भी विश्वास दिलाया कि वे सभी कंधे से कंधा मिलाकर उनके माग दर्शन में मिशन की सेवा करते रहेंगे।
विशाल जन समूह को स बोधित करते हुये सद्गुरु माता जी ने कहा कि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने अपना समस्त जीवन मानवता के लिये समर्पित किया। मिशन की बागडोर स भाल हुये, बाबा जी ने ईश्वरीय इच्छा को स्वीकार करने तथा स्वयं को प्रत्येक परिस्थिति में ढालने की प्रेरणा दी। बाबा जी ने प्रत्येक श्रद्घालु भक्त को जीवन की नकारात्मकता को छोडऩे का संदेश दिया और संतों के संग से दिव्य गुणों को अपनाने के लिए कहा।
सद्गुरु माता जी ने कहा कि बाबा जी ने अपनी आर िभक आयु में भी सभी का स मान किया और वहीं स मान

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सद्गुरु के रूप में प्रत्येक अनुयायी को भी देते रहे। बाबा जी ने सभी को अपना परिवार माना और सभी का ध्यान रखा। सद्गुरु माता जी ने बाबा जी के जीवन से कई प्रेरक उदाहरण देकर बताया कि बाबा जी ने सदैव अपनी अथाह सहनशीलता तथा दृढ़ता को हमारे समक्ष रखा। वे प्रत्येक पस्थितिथि में स्वयं को ढालना जानते थे। अपनी आध्यात्मिक यात्राआें के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा को आगे नहीं आने दिया।
अवनीत जी जिन्होंने निरंकारी बाबा जी के साथ अपने नश्वर शरीर को 13 मई, 2016 को त्यागा, के बारे में बताते हुये सद्गुरु माता जी ने कहा कि अवनीत जी में प्रेम, भक्ति तथा सहनशीलता की भावना अति प्रबल थी और यह भावना दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी। अवनीत जी सभी को सत्संग करने का संदेश देते रहे।
इससे पूर्व दिल्ली तथा देश के अन्य भागों और दूर देशों से आये हुये कई संत महापुरूषों ने बाबा जी को अपने श्रद्घा सुमन

अर्पित किये। उन्होंने बाबा जी द्वारा कठिन परिस्थितियों में मिशन के आध्यात्मिक मार्ग दर्शक के रूप में प्रकट होने को याद किया और कहा कि बाबा जी ने मिशन को अपनी अथाह सहनशीलता से शांति प्रिय विश्व बंधुत्व का आंदोलन बना दिया। कई भक्तों ने अपने निजी अनुभवों का जि़क्र किया जिसमें बाबा जी द्वारा की गई आध्यात्मिक यात्राआें के दौरान प्रत्येक श्रद्घालु भक्त पर प्रेम तथा स्नेह किया गया था।
मुख्य वक्ताआें में पूज्य गोबिंद सिंह जी चेयरमेन, श्री के$ आर$ चड्ढा जी, वाईस चेयरमेन केन्द्रीय योजना तथा सलाहकार बोर्ड, श्री सी$ एल$ गुलाटी जी, सचिव संत निरंकारी मण्डल तथा संत निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन, श्री सुखदेव सिंह जी, ज़ोनल इंचार्ज अमृतसर, श्री एच$ एस$ उपासक

जी यू$के$, श्री सुखबीर शाह जी, कनाडा, तथा गुरनाम सिंह दुबई शामिल थे।
समागम के दौरान एक कवि दरबार का आयोजन किया गया जिसका विषय था- ’सदा समर्पित हो सद्गुरु को, गुरमत राह पर कदम बढ़ायें’। कई कवि आें तथा गीतकारों ने जिसमें गुरू परिवार से भी स िमलित थे बाबा जी को श्रद्घा सुमन अर्पित किया।
इस अवसर पर निरंकारी स्टूडियो द्वारा तैयार की गई एक डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई, जिसमें बाबा जी के जीवन को दर्शाया गया। यह डोक्यूमेंट्री देश तथा विदेशों में होने वाले समर्पण दिवस पर सभी कार्यक्रमों में दिखाई गई। दिल्ली में इस डाक्यूमेंट्री के बाद बाबा जी के वीडियो रूप में पावन संदेश को दिखाया गया। समागम के

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दौरान बाबा जी के जीवन तथा संदेश पर एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसका विषय था ’सर्व स्व समर्पण के सम्पूर्ण प्रतीक’। यह प्रदर्शनी 13 और 14 मई को भक्तों के लिए खुली रही।

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