पंजाब के राज्यपाल चंडीगढ़ में म्युजियम ऑफ टरीज का करेंगे उद्घाटन

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। 30 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर चंडीगढ़ में म्युजियम ऑफ टरीज का उद्घाटन करेंगे। कोविड- 19 के कारण उद्घाटन आॅनलाइन होगा। पूर्व संसद मैंबर और अल्पसंख्यक के चेयरमैन सरदार तरलोचन सिंह और पी.एच.डी.सी.सी.आई. के प्रधान करने गिलहोत्रा इस आॅनलाइन उद्घाटन में हिस्सा लेंगे।

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पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी और लेखक डी.एस. जसपाल द्वारा विचारा और तैयार किया गया म्युजियम आॅफ टरीज सिख धर्म के पवित्र वृक्षों की जेनेटिक तौर पर सही प्रतिकृतियों से तैयार किया गया एक पवित्र बाग है। पवित्र स्थानों के नाम वृक्षों के नाम पर रखना सिख धर्म के लिए विलक्षण है। दुनिया में अपनी किस्म के पहले इस प्रोजैक्ट के लिए भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय ने फंडिंग की है और रजिस्टर्ड एन.जी.ओ. चंडीगढ़ नेचर एंड हैल्थ सोसायटी द्वारा इसको प्रोत्साहित किया गया है।

यह भारत का एकमात्र आउटडोर वाक-थ्रू अजायब घर है जहाँ यात्री विभिन्न पवित्र वृक्षों की जेनेटिक तौर पर सही प्रतिकृतियां देख सकते हैं। हर वृक्षों के साथ आठ फुट ऊँची तख्तियां लगी हैं जिस पर वृक्ष की तस्वीर के साथ ही इसकी वनस्पती विशेषताओं का विवरण और वृक्ष और पवित्र स्थान के ऐतिहासिक और धार्मिक पृष्टभूमि के बीच सम्बन्ध के बारे दर्शाया गया है।

मूल वृक्षों के सही जीनोटाईप को दोबारा तैयार करके, बचे हुए पवित्र वृक्षों की संभाल और प्रसार के लिए अजायब घर ने बारह पवित्र वृक्षों की जेनेटिक तौर पर सही प्रतिकृतियां सफलतापूर्वक तैयार की हैं जिसमें दरबार साहिब, अमृतसर की दुख भंजनी बेरी य गुरुद्वारा बेर साहिब, सुल्तानपुर लोधी की बेरी, ; गुरुद्वारा बाबे-दी -बेरी, सियालकोट, पाकिस्तान की बेरी शामिल हैं।  

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