होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कड़ाके की ठंड में अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत किसानों द्वारा सिंघु बार्डर पर धरना दिए जाने को पिकनिक मनाना कहकर भाजपा नेता ने किसानों का ही नहीं बल्कि आम जनता का भी दिल दुखाया है। भाजपा नेता के साथ जो हुआ वह उनकी गलत शब्दाबली का ही नतीजा था तथा अब यह सब हो जाने के उपरांत भडक़ाऊ बयानबाजी करके शहर का माहौल खराब नहीं करना चाहिए तथा न ही कोई ऐसा काम करना चाहिए जिससे आपसी भाईचारे को ठेस पहुंचे।
यह विचार कांग्रेसी नेताओं जिसमें नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन एडवोकेट राकेश मरवाहा, पूर्व पार्षद सुदर्शन धीर, मुकेश डावर, हरीश आनंद, जेसन मैथ्यु, अशोक मेहरा, रमेश डडवाल, एडवोकेट लवकेश ओहरी, कमल भट्टी व विक्की गिल ने भाजपा नेता द्वारा किसानों के बारे में गलत शब्दाबली का प्रयोग करने तथा किसान के विरोध के बाद उनके द्वारा की जा रही गंदी राजनीति की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए व्यक्त किए। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद जोकि पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं के मुंह से किसानों जिसे अन्नदाता की संज्ञा भी दी जाती है के बारे में पिकनिक मनाने जैसे शब्द शोभा नहीं देते तथा न ही उन्हें ऐसा कहने का कोई हक है। इसके लिए भाजपा नेता को किसानों से माफी मांगते हुए अपने कहे शब्दों को वापिस लेना चाहिए। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि इस प्रकरण के बाद शहर में चल रहे धरने प्रदर्शन से आपसी सौहर्द खराब होने की आशंका बनी है, जिसका सभी को नुकसान है।
इसलिए होशियारपुर से संबंधित भाजपा नेता ही नहीं बल्कि भाजपा के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं को गांधी जी के वाक्य “पहले तोलो फिर बोलो” का अनुसरन करके ही मुंह खोलना चाहिए। अन्यथा किसानों के बढ़ते रोष के चलते स्थिति खराब हो सकती है। जिसकी सारी जिम्मेदारी भाजपा नेताओं की होगी। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि शहर में अमन चैन की स्थिति बनी रहे और माहौल खराब न हो इसके लिए भाजपा नेताओं को किसानों से माफी मांगनी चाहिए। क्योंकि, किसान वहां पर अपने जायज हकों के लिए इतना कष्ट सह रहे हैं और अगर हम उनका साथ नहीं दे सकते तो उनके बारे में गलत बोलने का भी किसी को कोई हक नहीं है।