-फोरम ने जस्टिस कर्नन पर कार्रवाई की बजाए उनके द्वारा लगाए आरोपों की जांच की मांग की-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सुप्रीम कोर्ट कलकत्ता और हाई कोर्ट के जस्टिस सी.एस कर्नन के बीच चल रहे विवाद की आहट होशियारपुर भी पहुंच गई है। लायर्स फोरम से जुड़े वकीलों ने जस्टिस सी.एस कर्नन का समर्थन करते हुए जिलाधीश को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है। देश में
जजों की नियुक्ति के लिए बनी कॉलेजियम प्रणाली को असंवैधानिक बताते हुए लॉयर्स फोरम से जुड़े वकीलों ने पत्रकारवार्ता में बताया कि यह प्रणाली संविधान की धारा 124, 217 का उल्लंघन है। न्याय प्रणाली भी क्रप्शन और परिवारवाद से अछूती नहीं है, जिसका जिक्र रिटायर्ड जस्टिस आर.एस. सोढ़ी ने अपनी आत्मकथा में भी किया है। उन्होंने मांग की कि जस्टिस कर्नन पर कार्रवाई की बजाय जिन जजों पर आरोप लगे हैं उनकी जांच होनी जरूरी है। ज्ञात रहे कि जस्टिस कर्नन ने कुछ दिन पहले पी.एम. को चि_ी लिख कई जजों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवमानना माना था। इस मौके एडवोकेट आर.डी. बद्धण, पलविंदर पल्लव,
चमन सिंह, के.सी. भट्टी, भजना राम दादरा, एलएस सावरा, रंजीत कुमार, कमलजीत, गुरनाम सिंह, धरमिंदर सिंह दादरा, सर्बजीत सहोता, सर्बजीत, मलकीत व बलबीर आदि मौजूद थे।