जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। समाजिक सुरक्षा और स्त्री और बाल विकास विभाग की तरफ से सभी जिलों में शुरू किये गए सखी वन स्टाप सैंटर घरेलू हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं। इस सैंटर में एक ही छत के नीचे ज़रूरी सेवाएं जैसे कि साईको सोशल काउंसलिंग, निशुल्क कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, मैडीकल सहायता,आरज़ी तौर पर आश्रय आदि प्रदान करना है।
इस बारे विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए ज़िला प्रोग्राम अधिकारी गुरमिन्दर सिंह रंधावा ने बताया कि सखी वन स्टाप सैंटर,जो कि सिविल अस्पताल जालंधर में मई 2017 तो जच्चा -बच्चा वार्ड में था,जोकि अब तिथि 28 जनवरी 2020 से नई बिलडिंग जो कि नज़दीक मलेरिया विभाग है में काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि सैंटर में मई 2017 से अब तक के कुल 380 मामले दर्ज हुए हैं। जिन में 274 मामले घरेलू हिंसा, दुष्कर्म के मामले, 40 मामले दहेज और मानसिक /शारीरिक हिंसा,14 किडनैपिक /मिसिंग, बर्न /एसिड अटैक एवं 31 अन्य हिंसा से सम्बन्धित हैं।
सैंटर की तरफ से हिंसा प्रभावित महिलाओ को लीगल काउंसलिंग और निशुल्क कानूनी सहायता, साईको सोशल काउंसलिंग, मैडीकल सहायता,पुलिस सहायता, शैलटर आदि सेवाएं मुहैया करवाई गई हैं। इसी तरह सैंटर द्वारा 380 केसा में 357 मामले काउंसलिंग और अलग -अलग सुविधाएः उपलब्ध करवा कर निपटाए गए। इसके अलावा सैंटर को वूमैन हैलपलाईन 181 द्वारा 650 शिकायता फलोअप के लिए प्राप्त हुई थीं, जिससे सम्बन्धित सैंटर की तरफ से समय -समय पर शिकायतकर्ताओं से बात की गई और उनको अपेक्षित जानकारी /सहायता भी सैंटर की तरफ से मुहैया करवाई गई है।उन्होंने कहा कि वन स्टाप सैंटर घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाओ के लिए बेहद मददगार साबित हो रहा है, उन्होंने इस तरह के मामलों में कानूनी सहायता के लिए महिलाओ को सखी वन स्टाप सैंटर से सहायता प्राप्त करने की अपील की।