मुख्यमंत्री ने शहीद कांस्टेबल जगमोहन सिंह की विधवा को 1 करोड़ रुपए मुआवजे का चैक सौंपा

चण्डीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज मोगा में जून, 2020 में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए पंजाब पुलिस के कांस्टेबल जगमोहन सिंह के परिवार को एक्स-ग्रेशिया मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपए का चैक सौंपा।मोगा के गांव माणूके गिल का 46वर्षीय कांस्टेबल जगमोहन सिंह, जोकि 2011 बैच में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुआ था, 8 जून, 2020 को आग लगने की घटना के बारे मिली शिकायत सम्बन्धी मोगा के गांव खोसा पांडो गया था जहाँ अपराधी की तरफ से शरेआम गोलियां चलाने पर उसकी मौत हो गई।

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पंजाब पुलिस में भर्ती होने से पहले जगमोहन सिंह ने भारतीय फौज में भी सेवाएं निभाई थी।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज यहाँ पंजाब सिविल सचिवालय में शहीद जगमोहन सिंह की विधवा सुखविन्दर कौर को एक करोड़ रुपए का चैक सौंपा। उनके साथ डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब श्री दिनकर गुप्ता भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मौजूद शहीद पुलिस कांस्टेबल के पुत्र को उसकी 12वीं की पढ़ाई पूरी होते ही नौकरी देने का वायदा भी किया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि कोई भी रकम इस नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती परन्तु पंजाब सरकार हमेशा शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है।मुख्यमंत्री की तरफ से जानकारी देते हुये बताया गया कि यह 1 करोड़ रुपए मुआवजे की रकम एच.डी.एफ.सी. बैंक की तरफ से ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पंजाब पुलिस के कर्मचारियों के लिए विशेष बीमा कवर के अंतर्गत दी गई है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यह रकम सरकारी नियमों के अंतर्गत शहीद के परिवारों को दिए जा रहे अन्य फायदों के अलावा है।डीजीपी गुप्ता ने पंजाब पुलिस के शहीदों के पारिवारिक सदस्यों को मुआवज़ा देने के लिए ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले कर्मचारियों के लिए 1 करोड़ रुपए की विशेष बीमा कवर योजना शुरू करने के लिए एचडीएफसी बैंक की सराहना की। डीजीपी की तरफ से शहीद के परिवार को भरोसा दिया गया कि पंजाब पुलिस हमेशा उनके साथ खड़ी है और उनको हर संभव सहायता दी जायेगी। जिक्रयोग्य है कि ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले कर्मचारियों को 1 करोड़ रुपए का विशेष बीमा कवर देना डीजीपी दिनकर गुप्ता के नेतृत्व वाली पंजाब पुलिस की पहलकदमी है। यह पंजाब के पुलिस मुलाजिमों को लाभ देने वाली देश में अपनी किस्म की एकमात्र योजना है जहाँ पुलिस कर्मियों को सरहद पार हथियारों और नशे की निरंतर तस्करी समेत राष्ट्रीय सुरक्षा सम्बन्धी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

इस स्कीम के अंतर्गत एचडीएफसी बैंक ने मई 2020 में ड्यूटी के दौरान पंजाब पुलिस के जवानों के शहीद होने पर 1 करोड़ रुपए का मुफ्त बीमा कवर (प्रति साल अधिक से अधिक 5 दावे) प्रदान करने के लिए एक समझौता सहीबद्द किया था। इस स्कीम के अंतर्गत पुलिस कर्मचारियों की तरफ से (1) आतंकवादी/ कटरपंथी और संगठित अपराधिक गिरोह/तस्कर/नशा सप्लायर की गिरफ्तारी (2) आतंकवादी हमलों का मुकाबला करने (3) घिनौने/गंभीर जुर्मों की रोकथाम (4) जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए (5) कई किस्मों की कुदरती और मानवीय आपदाओं के दौरान खोज और बचाव मिशन के दौरान की कार्यवाहियों में शहीद होने पर मुआवजा दिया जाता है।

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