मुख्यमंत्री ने होशियारपुर जिले में बनने वाले आर्म्ड फोर्सिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट का रखा नींव पत्थर

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने होशियारपुर जिले में बजवाड़ा में बनने वाले सरदार बहादुर अमीं चंद सोनी आर्म्ड फोर्सिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट का नींव पत्थर रखा जिससे राज्य के और अधिक नौजवानों को रक्षा सेवाओं में अपना भविष्य बनाने के लिए बड़े मौके हासिल होंगे।27 करोड़ रुपए की लागत के साथ 12.75 एकड़ के क्षेत्रफल में बनने वाले इस महत्वाकांक्षी प्रोजैक्ट का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग (भवन एवं मार्ग) की तरफ से किया जा रहा है, जिसे साल 2021 के आखिर तक मुकम्मल किया जायेगा।

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इस संस्था में सालाना 270 उम्मीदवार प्रशिक्षण हासिल किया करेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि नया बनने वाला यह आर्म्ड फोर्सिज़ प्रैपरेटरी इंस्टिट्यूट हमारे नौजवान लडक़े-लड़कियों के सेना में जाने के सपने को साकार करने में बहुत सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे समय, जब हमारी महिला पायलट अफ़सर राफेल और हैलीकॉप्टर उड़ा रही हैं और रक्षा सेनाओं के हर क्षेत्र में सक्रियता के साथ शामिल हैं तो वह दिन भी जल्द ही आएगा, जब भारत में हमारी लड़कियाँ भी बाकी मुल्कों की दूसरी लड़कियों की तरह सशस्त्र बलों का हिस्सा होंगी।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सरदार बहादुर अमीं चंद सोनी एजुकेशन ट्रस्ट और सोसायटी के प्रमुख और राज्यसभा मैंबर अम्बिका सोनी का भी धन्यवाद किया जिन्होंने इस संस्था की स्थापना के लिए रोजग़ार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण विभाग को तोहफ़े के तौर पर मुफ़्त ज़मीन की पेशकश की।

अम्बिका सोनी ने भी अपनी की तरफ़ से इस संस्था को स्थापित करने में सहयोग और मदद देने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार का धन्यवाद किया जो पंजाब के नौजवानों के सेना में शामिल होने के लिए आधुनिक प्रशिक्षण का मैदान बनकर उभर सकता है।मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सिज़ प्रैपरेटरी इंस्टिट्यूट, मोहाली द्वारा राज्य के युवा लडक़ों के नेशनल डिफेंस अकैडमी या ऐसी अन्य अकैडमी के द्वारा सशस्त्र बलों में पर्मानेंट कमीशन के योग्य बनाने के लिए निभाई गई भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री ने बताया कि एक अप्रैल, 2017 से 31 दिसंबर, 2020 तक इस अकैडमी में प्रशिक्षण हासिल कर चुके 144 कैडिटों में से 97 कैडिट एन.डी.ए. में शामिल हुए और 65 को अफ़सर के तौर पर कमीशन मिला।

इस संस्था के अस्तित्व से लेकर अब तक प्रशिक्षण ले चुके कुल 384 कैडिटों में से 156 कैडिट एन.डी.ए. में शामिल हुए जबकि 69 अफसरों के तौर पर कमीशन हुए। उन्होंने आगे बताया कि इस संस्था से रक्षा सेनाओं में जाने वालों की संख्या शुरुआत में 2 प्रतिशत थी जो अब बढक़र 45 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है।इसी तरह मुख्यमंत्री ने माई भागो आर्म्ड फोर्सिज़ इंस्टीट्यूट फॉर गर्लज़ के शानदार प्रदर्शन का भी जि़क्र किया जहाँ 12 क्लासें लगाने के बाद लड़कियों को रक्षा सेवाओं में कमिशनड अफसरों के तौर पर भविष्य बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे रक्षा सेवाओं में पंजाब की लड़कियों की नुमायंदगी बढ़ाई जा सके। एक अप्रैल, 2017 से 31 दिसंबर, 2020 के समय दौरान अब तक यह संस्था 75 कैडिटों को प्रशिक्षण दे चुकी है जिनमें से 7 का चयन संयुक्त रक्षा सेवाएं परीक्षा (सी.डी.एस.ई.)/वायु सेना केंद्रीय प्रवेश परीक्षा (ए.एफ.सी.ए.टी.) के लिए जबकि तीन लडक़ीयां अफ़सर के तौर पर कमीशन हुई हैं।

तकनीकी शिक्षा और उद्योग प्रशिक्षण मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी भी वर्चुअल तौर पर शामिल हुए, जहाँ रोजग़ार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण के सचिव राहुल तिवारी ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि नयी बनने वाली सरदार बहादुर अमीं चंद सोनी आम्र्ड फोर्सिज़ प्रैपरेटरी इंस्टीट्यूट सेना में सेवा करने के चाहवानों को सी.डी.एस.ई. /ए.एफ.सी.ए.टी. के लिए ग्रैजुएट स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाया करेगा। यह संस्था 40 उम्मीदवारों की क्षमता के साथ तीन-तीन महीने के समय के साथ एक साल में तीन कोर्स चलागी जिससे संस्था की प्रवेश परीक्षा प्रशिक्षण विंग के अंतर्गत सालाना 120 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण हासिल होगा। इसी तरह एक अन्य सर्विस सिलैक्शन बोर्ड ट्रेनिंग विंग के अंतर्गत संस्था उन उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देगी जिनको सर्विस सिलैक्शन बोर्ड में उपस्थित होने के लिए कॉल लेटर हासिल हो चुके हैं। यह संस्था साल में 30 विद्यार्थियों की क्षमता के साथ 8-8 हफ़्तों के 5 कोर्स चलाएगी जिससे साल में 150 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण मुहैया होगा।

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