होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हाल ही में संपन्न हुए नगर निगम चुनावों में होशियारपुर निवासियों द्वारा भाजपा का सुपड़ा साफ करने तथा अकाली दल की दुर्गति से बौखला कर भाजपाई तिलमिला कर रह गए हैं, क्योंकि होशियारपुर शहर में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के करिश्माई जादू तो नगर निगम चुनाव से पहले ही नजऱ आ गया था।
इसलिए कई दिग्गज भाजपाई चुनावी दंगल से दुम-दबाकरचुनाव से भाग गए थे, जिसमें भाजपा का पूर्व मेयर शिव सूद व मौजूदा जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा शामिल थे। वहीं कई जगह जबरदस्ती खड़े किए भाजपाई प्रत्याशीयों को सिर्फ 2 दर्जन वोट मुश्किल से हासिल किए। उक्त विचार प्रकट करते हुए कांग्रेस नेता राजिंदर सिंह परमार ने भाजपा के पूर्व तीक्ष्ण सूद व जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा द्वारा नगर निगम चुनावों में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग के लगाए दोष का खण्डन करते हुए परमार ने तीक्ष्ण सूद व निपुण शर्मा को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें चैलेंज करते हुए पूछा कि किस आधार पर यह आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर में बड़े लंबे समय बाद निष्पक्ष चुनाव हुए है। परमार ने कहा कि लगता है भाजपाईयों की याददाश्त बहुत कमज़ोर है।
अकाली-भाजपा वाले भूल रहे है कि पिछले नगर निगम चुनाव में पूर्व मंत्री ने अपनी धर्म पत्नी के खिलाफ कांग्रेस उम्मीवार का पर्चा रद्द करवा कर निर्विरोध पार्षद बनवा लिया था, जबकि अब चुनावी दंगल में पूर्व मंत्री की वहीं धर्म पत्नी को कांग्रेस के एक साधारण उम्मीदवार ने नमोशी भरी पटकनी देकर होशियारपुर का सबसे ज्यादा ताकतवर भाजपाई नेता के सियासी जीवन के अंत का बिगुल बजा दिया।
परमार ने कहा कि होशियारपुर निवासियों ने उद्योग मंत्री के विकास कार्यों पर मोहर लगाते हुए 50 में से 41 पार्षद चुन कर अकालीयों तथा भाजपाईयों को आइना दिखा दिया तथा बता दिया हैे कि होशियारपुर निवासियों को ईमानदार नेताओं की जरूरत है न कि उन्हे भ्रष्ट व कमिश्व खोर नुमाइंदे चाहिए। परमार ने तीक्ष्ण सूद को सियासत छोड़ देने का मश्वरा देते हुए कहा कि होशियारपुर निवासी उन्हें कई बार नकार चुके है इसलिए उन्हे शान्तिपूर्ण जीवन व्यतीत करना चाहिए। इसी में ही उनकी तथा होशियारपुर निवासियों की भलाई है।