जम्मू/राजौरी(द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जिला राजौरी के आधीन गांव मिथ्यानी में श्री हरि कथा सुनने को लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वाधान में समस्त क्षेत्र निवासियों के सौजन्य से जारी श्री हरि कथा की चौथे दिन की सभा में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुमेधा भारती जी ने केवट प्रसंग का सुंदर प्रस्तुतीकरण किया। केवट से जब प्रभु श्री राम ने गंगा पार करवाने के लिए कहा तब केवट ने प्रभु के चरण पखारने की जिद की और कहा कि में आप के मर्म को जानता हूं। ईश्वर केवल मानने का विषय नहीं है, ईश्वर जानने का विषय है। ईश्वर को जानने से अभिप्राय है एक पूर्ण सतगुरु की शरण में जाकर ब्रह्म ज्ञान दीक्षा प्राप्त कर अंतर्गत में ईश्वर के दिव्य ज्योति स्वरूप दर्शन को प्राप्त करना। केवट एक पूर्ण गुरु के एक सधे हुए शिष्य हैं। एक सच्चा साधक गुरु आज्ञा में चलता हुआ प्रभु के मर्म को जान लेता है। जिसका दावा आज केवट ने भी किया है।
आगे साध्वी जी ने एक पूर्ण गुरु की कसौटी बताते हुए कहा की जो हमें अंतर्जगत में दिव्य दृष्टि का उन्मूलन कर प्रभु के दिव्य रूप का दर्शन करवा दे। उसे ही शास्त्रों में एक पूर्ण सतगुरु कहा गया है। प्रभु का दिव्य अव्यक्त नाम हमारी सांसों में ही रमण कर रहा है। एक पूर्ण गुरु की कृपा से उस नाम का प्रकटीकरण भी होता है। प्रभु के दिव्य संगीत को अंतर्घट में श्रवण करना और दिव्य अमृत का रसपान करना ब्रह्म ज्ञान की, एक पूर्ण सतगुरु की पहचान है। कार्यक्रम के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु गण उपस्थित रहे और भूषण उप्पल सरपंच त्रियाठ , सृष्टा देवी सरपंच मथयानी, पुरुषोत्तम लाल पंच मथयानी, अशोक कुमार महोगला, कृष्ण लाल मथ्यानी आदि विशेष तौर पर मौजूद रहे । पावन श्री आरती के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया। उसके पश्चात प्रतिदिन की तरह सभी संगत ने लंगर -प्रसाद ग्रहण किया।