होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पब्लिक एंटीकरप्शन बोर्ड ऑफ इण्डिया की बैठक बोर्ड के संस्थापक चेयरमैन संजीव कुमार वालिया की अध्यक्षता में बोर्ड के मुख्य कार्यालय खानपुरी गेट में सम्पन्न हुई। इस बैठक में सेवा सिंह सिद्धू को बोर्ड का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया। यह नियुक्त तुरन्त प्रभावी होगी। इस बैठक को सम्बोधित करते हुये संजीव वालिया ने कहा कि मंहगाई इतनी बढ़ चुकी है कि जनता की बर्दाशत से बाहर है।
घरेलू गैस की कीमतें आसमान पर है, पैट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं, बिजली के रेट 7वें आसमान में है, खान-पीने की वस्तुओं, घरेलू रसोई की ज़रूरत का समान की कीमतें जनता का खून निचोड़ रही हैं। हमारे देश में गरीब और मध्यम वर्ग मर रहा है। मध्यम वर्ग को तो सभी सरकारों ने लावारिस बनाकर रखा है। मध्यम वर्ग को न गैस मुफ्त, न बिजली मुफ्त, न सरकार से सस्ता राशन, ऊपर से मंहगाई की आसमान छूती कीमतें , बताओ मध्यम वर्ग कहां जाये। अगर भारत में प्रलोभन का मुफ्त लंगर बन्द हो जाये तो सरकार जनता की ज़रूरत के और खाने-पीने की चीज़ों की कीमतों को नियंत्रण कर सकती है।
पंजाब सरकार हो या केन्द्र की सरकार मध्यम वर्ग से दोनों का ऐसा व्यवहार है कि ये दोनों मध्यम वर्ग के लिए सोचते ही नहीं। मध्यम वर्ग अपने आप में मर रहा है। उसकी हालत अपने ही देश में लावारिस जैसी है, जिसके लिए कोई सरकार नहीं है। मध्यम वर्ग की हालत अंदर से देखो तो गरीबों से बद्दतर है। बस वह अपने मान-सम्मान को देखते हुए रोता और चिल्लाता नहीं। अन्दर ही अन्दर मर रहा है। अगर सरकार मंहगाई को रोकने के लिए गंभीर है तो मुफ्त राशन बांटना बंद करे। इसी से मंहगाई नियंत्रण में आ सकती है और सरकार चाहे तो इस नीति पर चलकर ज़रूरी समान की कीमतें एक चौथाई कर सकती है। जो गरीब मध्यम वर्ग सबके लिए सही कदम होगा।
सरकार पीछे मुडक़र देखे तो जनता पार्टी के राज में पूर्व स्वर्गीय प्रधानमन्त्री मुरार जी देसाई ने मंहगाई पर कंट्रोल किया था और ज़रूरी समान का एक्सपोर्ट बन्द कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पहले देश की जनता उसके बाद अगर ज्यादा वस्तु हुई तो ही वह बाहर एक्सपोर्ट करेंगे। सरकार ऐसी सोच बनाये अन्यथा जिस दल की मजऱ्ी सरकार आए राजनीतिक घोड़ा लालच और स्वार्थ का देश की गाड़ी चलायेगा।