विद्युत सुधार के लिए 16 करोड़ 50 लाख की राशि स्वीकृत – बिजली सप्लाई के लिए बनेगी थ्री फेज़ लाईन-
हमीरपुर, (वरिष्ठ पत्रकार रजनीश शर्मा): बड़सर विधानसभा क्षेत्र में विद्युत की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 16 करोड़ 50 लाख की राशि स्वीकृत की गई है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने बुधवार को मैहरे में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी। सीपीएस ने कहा कि बड़सर क्षेत्र में पुराने विद्युत ट्रांसफार्मर्स को बदलने के साथ साथ बिजली के खंभों को भी बदला जाएगा ताकि बिजली की सप्लाई सुचारू हो सके। उन्होंने कहा कि विद्युत लाइनों को सिंगल फेज से बदलकर थ्री फेज करने का भी प्लान तैयार किया गया है। सीपीएस ने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी विद्युत सुधार के लिए उपलब्ध करवाए गए बजट का सही उपयोग करने तथा समयबद्व कार्य पूर्ण करने के भी दिशा निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को बेहतर विद्युत सप्लाई मिल सके। बड़सर क्षेत्र के लिए विद्युत सुधार के लिए बजट स्वीकृत करने के लिए मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार भी व्यक्त किया गया है। सीपीएस ने कहा कि सभी पंचायतों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, स्वास्थ्य तथा शिक्षा की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। सीपीएस ने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी तथा इस के लिए उपयुक्त कदम उठाए जा रहे हैं और अधिकारियों को विकास कार्यों को समयबद्व निपटाने के लिए उचित दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि स्वच्छ वातावरण ही स्वस्थ जीवन का आधार है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अपने आसपास सफाई की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा सामूहिक तौर पर सप्ताह में एक बार अपने अपने गांवों के आसपास गंदगी को हटाने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में ठोस तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन के लिए ग्रामीण विकास विभाग की ओर से विशेष तौर पर सॉकपिट भी निर्मित किए जा रहे हैं ताकि गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए स्वच्छता के प्रति विशेष ध्यान दिया जाए तथा स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं ताकि युवा पीढ़ी स्वस्थ होकर समाज निर्माण के कार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सके।