होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। प्रैस क्लब होशियारपुर में दलित संगठनों द्वारा प्रैसवार्ता के दौरान बताया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो एस.सी., एस.टी एक्ट को कमजोर किया गया है। इस फैसले से समूह दलित, एस.सी., एस.टी. समाज में भारी रोष पाया जा रहा है। अब तक सरकार व प्रशासन दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में नाकामयाब रहे है तथा भाजपा के राज्य में दलितों पर बहुत ज्यादा अत्याचार हुए है, जिसकी ताजा उदाहरणों सहारनपुर, गुजरात, ऊना, कौरेगाऊं, हरियाणा, हिसार, तरनतारन, संगरूर, गोहाना, दोलिना, गोगना में दलितों पर दिल दहलाने वाले अत्याचारों से मिलती है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इन अत्याचारों के विरोध में कोई एक्शन नहीं लिया बल्कि एस.सी,एस.टी. एक्ट को कमजोर किया गया है जबकि कानून बनाने का अधिकार जजों को नहीं होता तथा ना ही सुप्रीम कोर्ट को है। कानून बनाने का अधिकार सिर्फ पारलीमैंट के पास होता है। यह कि सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले विरुद्ध अपना पक्ष पेश नहीं किया जो कि संविधान से छेड़छाड़ की एक बड़ी साजिश है, जिसको कभी बर्दाशत नहीं किया जाएगा। हम मांग करते है कि सुप्रीम कोर्ट इस फैसले को रीवियू करके एस.सी,एस.टी. एक्ट फिर से उसी तरह ही लागू करे ताकि दलितों पर जाति के आधार पर हो रहे अत्याचारों को रोका जा सके।
अंत में सारे संगठनों के नेताओं ने फैसला लिया है कि समूह दलित समाज द्वारा 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान दिया गया है, इस फैसले का समर्थन करते हुए 2 अप्रैल को होशियारपुर भी पूरी तरह बंद करवाया जाएगा। इसके साथ ही दलित संगठनों द्वारा होशियारपुर निवासियों को निवेदन किया गया है कि इस होशियारपुर बंद का समर्थन दिया जाए।
इस कान्फ्रैंस में अनिल बाघा प्रधान अंबेदकर फोर्स पंजाब, ध्यान चंद ध्याना पार्षद, तरसेम दीवाना चेयरमैन बेगमपुरा टाइगर फोर्स, राष्ट्रीय प्रधान अशोक सल्लण बेगमपुरा टाइगर फोर्स, बिंदर सरोआ प्रधान गुरु रविदास टाइगर फोर्स, विकास हंस प्रधान भगवान वाल्मीकि रक्षा समिति, विशाल आदिया प्रधान भगवान वाल्मीकि युवा दल, नरिंदर नेहरू प्रधान जन सेवादल, बलविंदर बिंदी पार्षद, हरविंदर हीरा प्रधान गुरु रविदास फोर्स, एडवोकेट पलविंदर लाडी आदि शामिल थे।