मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग को खेल यूनिवर्सिटी के पहले पड़ाव के निर्माण के लिए 60 करोड़ रुपए जारी करने और बजट की अलाटमैंट बढ़ाने के लिए दिए निर्देश

चंडीगढ़, 11 मईः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को वित्त विभाग को निर्देश दिए कि महाराजा भुपिन्दरा सिंह पंजाब खेल यूनिवर्सिटी, पटियाला कैंपस के पहले पड़ाव के निर्माण के लिए मंजूर की 60 करोड़ रुपए की राशि तुरंत जारी की जाये।
उन्होंने वित्त विभाग को इस प्रतिष्ठित संस्था के लिए इस साल के बजट में ऐलानी राशि बढ़ाने के लिए भी कहते कहा कि यूनिवर्सिटी के लिए अलाट किये 15 करोड़ रुपए बहुत कम हैं।

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राज्य की पहली खेल यूनिवर्सिटी की प्रगति की वर्चुअल समीक्षा करते हुये मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला को भी कहा कि कैंपस के निर्माण के लिए एक चीफ इंजीनियर की ड्यूटी लगाते हुये उसे किसी अच्छे बाहरी कंसलटेंट के साथ विचार-विमर्श करके प्रोजैक्ट को तेजी से मुकम्मल करना यकीनी बनाया जाये।
उन्होंने खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी को भी यूनिवर्सिटी के काम में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग के साथ तालमेल करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाने के लिए कहा। खेल यूनिवर्सिटी 2019 से किसी अन्य कैंपस से काम कर रही है।
खेल यूनिवर्सिटी के लिए विश्व स्तरीय कोर्स यकीनी बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने इंग्लैंड की लफबरौफ यूनिवर्सिटी के साथ संस्थागत सहयोग बनाने के लिए आपसी सहमति के समझौते (एम.ओ.यू.) के मसौदे को भी मंजूरी दी।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह पंजाब को खेल केंदª के तौर पर विकसित होता देखना चाहते हैं। उन्होंने विभाग को कैंपस के काम में तेजी लाने के लिए कहा।
खेल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर लैफ्टिनैंट जनरल (सेवा मुक्त) जे.एस.चीमा ने मीटिंग में बताया कि पटियाला-भादसों रोड़ पर यूनिवर्सिटी के निर्माण का काम मौजूदा समय में पूरे जंगी स्तर पर चल रहा है। कैंपस 100 एकड़ के करीब क्षेत्रफल में फैला हुआ। मीटिंग में बताया गया कि मौजूदा समय 2019-20 सैशन के लिए दाखिले किये जा चुके हैं और 130 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया। इस साल के बजट में 76 पद मंजूर की गई हैं।
मौजूदा समय यूनिवर्सिटी के तीन कांस्टीच्यूट कालेज हैं जोकि प्रो. गुरसेवक सिंह सरकारी कालज आफ फिजिकल एजुकेशन, पटियाला, सरकारी आर्ट एंड स्पोर्टस कालेज, जालंधर और सरकारी कालेज काला अफगाना (गुरदासपुर) हैं। अगले दो सालों के लिए बी.पी.ई.एस., बी.ए., पी.जी.डी. योगा, बी.एस. (स्पोर्टस टैकनॉलॉजी) और पी.जी.डी.कोचिंग के लिए कोर्स योजनाबद्ध किये गए हैं।

जिक्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री ने अपनी महत्वपूर्ण योजना के तौर पर खेल विज्ञान, खेल प्रौद्यौगिकी, खेल प्रबंधन और खेल कोचिंग के क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इस प्रतिष्ठित खेल यूनिवर्सिटी का नींव पत्थर 25 अक्तूबर, 2020 को रखा था। यहाँ शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान के क्षेत्र में अन्य संस्थाओं को पेशेवर और अकादमिक नेतृत्व देने से उच्च स्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ खेल से सम्बन्धित शिक्षा, कोचिंग और खोज क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा।
यूनिवर्सिटी खोज और प्रसार के लिए सभी खेलों के प्रसिद्ध और हुनरमंद खिलाड़ियों के लिए सैंटर आफ एक्सीलेंस के तौर पर भी काम करेगी। यह खेल की प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र और सभी खेलों के लिए उच्च प्रदर्शन कोचिंग में विभिन्न स्तरों पर ज्ञान के हुनर और योग्यताओं के विकास के लिए सामर्थ्य पैदा करेगी।
मीटिंग में खेल मंत्री और लोक निर्माण मंत्री के अलावा मुख्यमंत्री के सीनियर सलाहकार लैफ्टिनैंट जनरल (सेवा मुक्त) टी.एस.शेरगिल्ल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, मुख्य सचिव विनी महाजन, प्रमुख सचिव खेलें राज कमल चैधरी, प्रमुख सचिव खेलें के.ए.पी. सिन्हा और प्रमुख सचिव लोक निर्माण विकास प्रताप शामिल हुए।

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