कोविड-19 महामारी दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए राज्यस्तरीय उम्मीदरों का घर खोला जाए

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक जागरूकता के लिए अग्रणी संस्था सवेरा ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेता अविनाश राय खन्ना के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 महामारी के दौारन अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई व अच्छी देखभाल के लिए एसओएस चिल्ड्रन्स विलेज की तर्ज पर राज्य स्तर पर एक उम्मीदों का घर नामक आश्रम खोला जाए। प्रैस विज्ञप्ति में सवेरा के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने बताया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान 577 बच्चों के माता-पिता परलोक सिधार गए। दूसरी लहर से पहले भी कुछ बच्चे अनाथ हुए। इन बच्चों को गोद लेने के लिए बहुत सारे परिवार चाहवान हैं पर गोद लेने का तरीका बहुत मुश्किल है तथा इसमें समय भी बहुत लग जाता है।

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कुछ राज्य सरकारों ने अनाथ बच्चों के लिए आर्थिक सहायता का भी ऐलान किया है पर यह आर्थिक सहायता जीवन गुजारने के लिए काफी नहीं है। डा. बग्गा ने कहा कि देश के विभिन्न इलाकों, धर्मों और जातियों से कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चे अगर एक जगह इक्ट्ठे रहकर पढ़ाई के साथ-साथ जीवन व्यतीत करेंगे तो उनमें हीन भावना नहीं आएगी। इसके साथ-साथ देश में राष्ट्रीय एकता तता सद्भावना का नारा भी मजबूत होगा। उम्मीदों के इस घर को चलाने के लिए तथा इन बच्चों की देखभाल के लिए विधवा या तलाकशुदा महिलाओं को ही जिम्मेवारी देनी चाहिए। उम्मीदों के इस घर के बच्चों को शिक्षा के लिए अच्छे स्कूलों में दाखिल करवाना चाहिए। बच्चों की सेहत संबंधी मुश्किलों के हल के लिए उम्मीदों के घर किसी अस्पताल के साथ जोड़ देना चाहिए।

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