राबता मुहिम’ के दौरान अध्यापकों ने प्राईमरी स्कूलों के 12 लाख से अधिक बच्चों के अभिभावकों के साथ फोन पर किया संपर्क: कृष्ण कुमार

चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के स्कूल अध्यापकों की तरफ से ‘राबता मुहिम’ सफलतापूर्ण ढंग से सम्पूर्ण करने के लिए शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने खुशी का प्रगटावा करते हुए पढ़ाई के उच्च मानक स्थापित करने के लिए अध्यापकों को और भी ज्यादा मजबूत इरादे के साथ विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए सरगर्मियां चलाने के लिए निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह चली इस मुहिम की जानकारी देते हुए कृष्ण कुमार ने बताया कि प्राईमरी स्कूलों के अध्यापकों की तरफ से 24 से 31 मई तक माता पिता अध्यापक राबता मुहिम चलाई गई जिसके दौरान प्राईमरी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों के 12,71,727 माता-पिता के साथ फोन के द्वारा संपर्क बनाने का नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है।

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शिक्षा सचिव ने बताया कि इस मुहिम का मुख्य उद्देश्यों बच्चों की पढ़ाई, स्वास्थ्य देखभाल, दाखिला मुहिम के प्रचार, कोरोना महामारी से बचाव के साथ-साथ उनके सर्वपक्षीय विकास के बारे माता-पिता के साथ विचार-विमर्श करना था। इस दौरान समूह जिला शिक्षा अफसरों, उप-जिला शिक्षा अफसरों, प्रिंसीपल डायट, ब्लाक प्राईमरी शिक्षा अफसरों, ‘पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पढ़ाओ पंजाब’ टीम के जिला ब्लाक और कलस्टर टीम सदस्यों, अध्यापकों और अन्य सहायक स्टाफ ने फोन काल और वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा अकेले-अकेले बच्चे के माता-पिता के साथ बातचीत करके आनलाइन पढ़ाई के बारे जानकारी दी और शिक्षा विभाग की तरफ से ‘घर बैठे शिक्षा’ के अंतर्गत करवाई जा रही गतिविधियों संबंधी बताया।

अध्यापकों ने टी.वी. क्लासों की समय सारणी, सरकारी स्कूलों की तरफ से प्रदान की जा रही सहूलतें, नैतिक शिक्षा और ‘स्वागत जिंदगी’ संबंधी पुस्तक की माता-पिता को विशेष तौर पर जानकारी दी। अध्यापकों ने सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का दाखिला करवाने के लिए प्रचार करने हेतु माता-पिता को प्रेरित भी किया। कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्चों को पढ़ाई और कोर्स के साथ जोड़ कर रखने के लिए समूह स्कूल मुखियों और अध्यापकों ने बढ़िया कारगुजारी निभाई है। यह मुहिम शुरू करने से पहले माता-पिता को सोशल मीडिया की सहायता से जागरूक किया गया। बहुत से माता-पिता की सहमति से फोन काल को रिकार्ड भी किया गया है जिनको सोशल मीडिया के द्वारा साझा करके अन्य माता-पिता को भी सरकारी स्कूलों के प्रति प्रेरित किया जायेगा। इस निवेकली पहलकदमी के प्रति माता-पिता ने भारी उत्साह दिखाया। डा. दविन्दर सिंह बोहा स्टेट कोआर्डीनेटर ‘पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पंजाब’ प्राईमरी ने बताया कि जिला शिक्षा अफसरों, उप-जिला शिक्षा अफसरों, प्रिंसीपल डायट, ब्लाक प्राईमरी शिक्षा अफसरों ने स्वयं भी स्कूलों में पढ़ते बच्चों के कई अभिभावकों के साथ बातचीत की। उनको यह जान कर तसल्ली हुई है कि सरकारी स्कूलों के अध्यापक न केवल बच्चों का स्कूलों में ही ध्यान रखते हैं बल्कि कोविड-19 की महामारी के दौरान फोन के द्वारा बच्चों से जुड़े हुए हैं और आनलाइन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

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