जीवन के लिए हमारे पास पूरी सृष्टि में एकमात्र धरती ग्रह है: महेश शर्मा

दातारपुर: विश्व पर्यावरण दिवस लगभग 100 से भी अधिक देशों के लोगों के द्वारा 5 जून को मनाया जाता है। इसकी घोषणा और स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा 1972 में हुई थी, हालांकि इस कार्यक्रम को हर साल मनाने की शुरुआत 1973 से हुई। इसका वार्षिक कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र के द्वारा घोषित की गई विशेष थीम या विषय पर आधारित होता है।

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दैनिक जागरण के साथ दातारपुर के सेंट मेरी स्कूल भटोली के एमडी महेश शर्मा ने पर्यावरण दिवस पर भेंट वार्ता में उक्त चर्चा की | उन्होंने कहा इस अभियान के आयोजन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र लोगों को पर्यावरण के बारे में जागरुकता और प्रोत्साहन को बढ़ावा देता है। यह सकारात्मक सार्वजनिक गतिविधियाँ और राजनीतिक ध्यान प्राप्त करने के लिए प्रभावी वार्षिक अभियान है।

महेश शर्मा ने कहा इसे अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन पूरे विश्व में किया जाता है। विभिन्न क्रियाएं; जैसे- निबंध लेखन, पैराग्राफ लेखन, भाषण, नाटक का आयोजन, सड़क रैलियाँ, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कला और चित्रकला प्रतियोगिता, परेड, वाद-विवाद, आदि का आयोजन किया जाता है। लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता लाने के लिए अन्य प्रकार की प्रदर्शनियों को भी आयोजित किया जाता है। यह सामान्य जनता सहित शिक्षाविदों, पर्यावरणविदों, प्रोफेसरों, वैज्ञानिकों, राजनीतिज्ञों, आदि के समूहों को आकर्षित करता है।

उन्होंने कहा विश्व पर्यावरण दिवस वाले दिन  वृक्षारोपण के साथ सभी प्रकार की हरियाली वाली गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और लोगों को इस खूबसूरत ग्रह की बुरी परिस्थितियों की ओर ध्यान देने के लिए आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम इस पृथ्वी की सुन्दरता को बनाए रखने के लिए कुछ सकारात्मक गतिविधियों के लिए एकसाथ कार्य करने की एक पहल है।

उन्होंने कहा हमें पूरे साल भर कार्यक्रम के उद्देश्यों को अपने ध्यान में रखना चाहिए और उन्हें वृक्षारोपण के माध्यम से आसपास के वातावरण को सुन्दर बनाने और साफ-सफाई, पानी की बचत, बिजली का कम प्रयोग, जैविक और स्थानीय खाद्य पदार्थों का उपयोग, जंगली जीवन की सुरक्षा आदि बहुत सी गतिविधियों को कार्यरुप में बदलना चाहिए। ने कहा जीवन के लिए हमारे पास एकमात्र यही ग्रह है, यह हमारा घर है और हम सभी इसकी प्राकृतिक सुन्दरता को सदैव के लिए बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा इस के लिए हमे ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना होगा तभी यह सृष्टि प्रदूषण रहित रहेगी और हम इन्सानो के लिए अनुकूल रहेगी उन्होंने कहा पर्यावरण की सम्भाल करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा धरती को हरा भरा रखने के लिए वन विभाग बरसात के मौसम में लोगों को मुफ्त पौधे मुहैय्या करवाता है लोग ये पौधे लगा कर खाली जगह लगा कर पर्यावरण सहेजने में अपना योगदान दें। महेश शर्मा ने कहा इस बरसात में स्कूल परिसर में दो पीपल के पौधे,दो नीम तथा दो आंवले के पौधे  रोप जाएंगे और उनका हर प्रकार से पोषण किया जाएगा

उन्होंने कहा इसके अतिरिक्त स्कूल के विशाल भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के तहत बारिश के पानी को सहेजा जाएगा और भूजल बचाने के लिए इसी पानी को सफाई धुलाई और पौधों की सिंचाई में प्रयुक्त किया जाएगा ताकि भूजल स्तर बचा रहे।

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