महिला शिक्षा एवं अपने परिश्रम के बल पर दुनिया में अपना स्थान बना चुकी है: पूजा शर्मा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गांव अरहाना कलां में श्रीमती सरस्वती देवी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई रौशनी- (अल्पसंख्यक महिलायों में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत 6 दिवसीय मुफ्त प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन सुबह नो वजे आरंभ हुआ। जिसमें प्रवक्ता प्रो. मनप्रीत भाटिया ने सुबह के सतर में महिलाओ में सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन के लिए हिमायत के विषय पर पूरे विवरण के साथ प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी एवम ज्ञान प्रदान किया। दोपहर को प्रतिभागियों को भोजन करवाया गया एवम् चाय वितरित की गई। भोजन के बाद में दुसरे सतर में महिलायों को शैक्षिक सशक्तिकरण के विषय में पूरी जानकारी दी गई। भारत सरकार की स्कीम नई रौशनी- (अल्पसंख्यक महिलायों में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के अंतर्गत् इस शिवर में 27 जुलाई तक गांव अरहाना कलां, होशियारपुर में रोजाना 25 महिलायों को नेतृत्व विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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इस प्रशिक्षण शिविर के प्रोजेक्ट इंचार्ज श्रीमती पूजा शर्मा ने बताया कि आज कि महिला शिक्षा एवम् अपने परिश्रम के बल पर दुनिया में अपना स्थान बना चुकी है। भारत कि कुछ महिलाये है जिन्होंने शिक्षा एवं अपनें परिश्रम से सफलता कि कहानियाँ लिखी है ढ्ढ भारतीय नारियों ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी सफलता का परचम लहराया है। चाहे वो भारतीय मूल की महिला नंदिता बख्शी हो या भारत में रहने वाली अरुन्धति भट्टाचार्य सभी ने तिरेंगी का शान बढ़ाकर देश का मान और सम्मान बढ़ाया है। कल्पना चावला भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री थी।

किरण मजूमदार-शॉ एक भारतीय महिला व्यवसायी,आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर, पेप्सीको की सीईओ तथा चेयरमैन इंदिरा नूयी, भारतीय मूल की अंतरिक्ष वैज्ञानिक सुनीता विलियम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप की चेयरपर्सन शोभना भरतिया के इलावा बहुत सी अभिनेत्रियों ने भी भारत का नाम दुनियाभर में रोशन किया है।

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