होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सैंचरी प्लाईवुड लिमिटेड के खिलाफ सफल भारत गुरू परंपरा द्वारा नैशनल ग्रीन ट्रिबूनल दिल्ली में किए केस की सुनवाई 10 अगस्त को हुई। इस दौरान माननीय अदालत ने सैंचरी प्लाइवुड को वाटर आडिट रिपोर्ट 3 सप्ताह में देने का आदेश जारी किए हैं। इस संबंधी जानकारी देते हुए वीर प्रताप राणा ने बताया कि सुनवाई दौरान कंपनी ने मननीय अदालत को बताया कि 29 जुलाई 2017 को उनको सैंट्रल ग्राऊंड वाटर अथार्टी से कंपनी को रोजाना 5,40,000 लीटर पानी निकालने की आज्ञा दे दी है। वहीं सफल भारत गुरू परंपरा ने अदालत को अवगत करवाया कि यह फैक्ट्री करिटीकल जोन में लग रही है, वहीं कि पानी का स्तर बहुत ज्यादा गिर रहा है व आने वाले समय में जिला होशियारपुर इसके साथ गांवों में पानी की भयानक कमी हो जाएगी। जिसको अदालत ने गंभीरता के साथ सुना, व आदेश जारी करते हुए कंपनी को वाटर आडिट रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इसके बाद अगली कारवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिस जोन में फैक्ट्री का निर्माण किया गया है वह क्रिटिकल जोन में आता है। अगर कोई 5 लीटर पानी निकलता है तो उसको 5 लीटर साफ सुथरा पानी धरती के नीचे छोडऩा पड़ेगा, पर वहीं रोज का 5,40,000 लीटर पानी धरती में कहां से छोड़ा जाएगा, यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।
वीर प्रताप राणा ने कहा कि हम अभी भी कुंभकर्णी नींद सोए रहे तो 4-5 वर्षों में होशियारपुर के हालात मारुस्थल जैसे हो जाएंगे। वहीं सफल भारत गुरू परंपरा जिले में चल रही अन्य प्लाई और कार्बन फैक्ट्रियों के विरुद्ध नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल दिल्ली में नया केस करने जा रही है। जिले में कई कार्बन फैक्ट्रियां और प्लाई फैक्ट्रियां बड़े स्तर पर पर्यावरण प्रदूषित कर रही हैं और पानी का दुरुप्रयोग भी। राणा ने कहा कि उन्हें प्रसशासन से पूरी उम्मीद है कि वे जल्द फैक्ट्री जाएंगे व अपनी जिम्मेवारी निभाएगा।