होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कृषि विभाग की ओर चलाई जा रही 3 जागरुकता वैनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि यह प्रचार वैने जिले के उन ब्लाकों में जागरुकता फैलाएंगी, जहां पिछले समय के दौरान पराली को आग लगाने जैसी घटनाएं हुई है। यह वैनें किसानों को धान की पराली को न जलाने का संदेश देंगी व इसके साथ ही पराली का खेतों में ही सही प्रबंधन करने का संदेश भी दिया जाएगा। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि किसानों को पराली व अन्य फसलों के अवशेषों को आग न लगा कर उनका खेतों में ही सही प्रबंधन करना चाहिए। पराली व अन्य फसलों के अवशेषों को आग लगाने से जमीन के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है व इससे जहां मित्र कीड़ों का खात्मा होता है वहीं वातावरण में भारी प्रदूषण फैलता है। पराली जलाने से पैदा हुए धुएं से बहुत तरह की बीमारियां फैलती है।
इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि विभाग की ओर से सी.आर.एम स्कीम के आई.ई.सी मदद के अंतर्गत पराली को आग न लगाने संबंधी जागरुकता के लिए दीवारों पर पेटिंग करवाई जा रही हैं, स्कूलों में पेटिंग्स, भाषण व कविता आदि के मुकाबले करवाए जाएंगे। जो पंचायत किसान ग्रुप व निजी किसान पराली प्रबंधन संबंधी अच्छा काम करेंगे उनको क्रमवार 50 हजार, 20 हजार व 11 हजार रुपए पुरुस्कार के तौर पर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से आई-खेत एप जारी किया गया है, जिसमें किसान अपने पास मौजूदा मशीनरी का पता कर सकता है व उसको किराए पर ले सकता है। इस मौके पर इंजीनियर नवदीप सिंह, मंजीत सिंह, ए.डी.ओ जसवीर सिंह, ए.डी.ओ दीपक पुरी, इंजीनियर वरुण चौधरी, इंजीनियर लवली, इंजीनियर मंदीप सिंह भी उपस्थित थे।