होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब में भारी संख्या में नए उद्योग लगाने के सभी दावे ठुस हो चुके हैं। पूर्व उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा चुनाव से पहले होशियारपुर में भारी संख्या में उद्योग लाने के झूठे वायदे करके लोगों को बरगलाते रहे। एक भी नया उद्योग वह होशियारपुर में नहीं लगा सके। पिछली सरकार के समय कोका कोला द्वारा बॉटालिंग प्लांट लगाने के प्रोजेक्ट का आवेदन आया था परंतु इलाके में पानी की कमी को रोकने तथा स्थानीय लोगों को रोजगार ना दे पाने के कारण प्रोजक्ट आगे नहीं बढ़ सका। परंतु स्थानीय विधायक ने अपने निजी वित्तीय लाभों को देखते हुए इलाके के जलवायु को गंभीर नुकसान पहुंचाने वाला कोका कोला बॉटालिंग प्लांट लगवा दिया।
पहले ही पानी की गंभीर कमी से जूझ रहे कंडी क्षेत्र में रेगिस्तान जैसी हालत बनने जा रहे है। ट्रालों से सडक़ों का बुरा हाल अलग से हो रहा है। तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि पंजाब का उद्योग विभाग पूरी तरह से फेल हो चुका है।कोविड काल के केवल डेढ़ साल में ही पंजाब से 10617 छोटे उद्योगिक यूनिट, 3210 माध्यमिक इकाइयां तथा 422 बड़े उद्योग कुल मिलाकर करीब 14000 उद्योगिक इकाइयां बंद हो चुकी है। क्योंकि पंजाब सरकार द्वारा उद्योगों को कोविड काल में कोई राहत नहीं दी गई और ना ही बिजली सस्ती दी गई। प्रवासी कारीगरों को भी पंजाब में रोके रखने में उद्योग विभाग असफल रहा। श्री सूद ने कहा कि कंडी के लोग अब भी प्राइवेट संस्थानों में छोटी-मोटी नौकरी के लिए तरस रहे हैं तथा उन्होंने कहा कि जब उद्योग को बचाने का समय था तो पूर्व उद्योग मंत्री उद्योगिक प्लांटों की घपलेबाजी में व्यस्त रहें।
उन्होंने कहा कि अगर पुराने सामाजिक न्याय मंत्री श्री धर्म सोत के खिलाफ पर्चा दर्ज करने की कार्रवाई पर विचार चल सकता है तो जे.सी.टी इलेक्ट्रॉनिक तथा आनंद लैंप व उद्योग विभाग के प्लाटों की घपलेबाजी आदि के आरोपों पर पूर्व उद्योग मंत्री श्री सुन्दर श्याम अरोड़ा पर एफ.आई.आर दर्ज करके सरकार को हुए नुकसान की भरपाई की कार्रवाई के बारे में विचार क्यों नहीं हो सकता। गेंद अब नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नए उद्योग मंत्री सरदार गुरकीरत सिंह कोटली के पाले में है जो भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने की दुहाई देते नहीं थकते। इस मौके पर जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा,पूर्व मेयर शिव सूद, पंचायती राज सैल प्रधान विजय पठानिया, जिला सचिव राकेश सूरी, सुखबीर सिंह आदि भी उपस्थित थे।