गौमाता में होता है 33 कोटि देवी-देवताओं का निवास: राकेश भार्गव

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी के रूप में भी मनाया जाता है। सनातन धर्म में गौ माता की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।

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इस दिन ही कृष्ण कन्हैया ने अपने भाई बलराम के साथ शांडिल्य ऋषि द्वारा बताए शुभ मुहूर्त में गाय चराना आरंभ किया था। शास्त्रों के अनुसार इस समय कान्हा की आयु मात्र 6 वर्ष की थी। इस दिन वछड़े वाली गाय की पूजा करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। घर में सुख समृद्धि एवं शांति भी आती है।

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