भारतीय चुनाव आयोग ने पंजाब विधानसभा मतदान की तैयारियों का लिया जायज़ा

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब विधानसभा-2022 के चुनाव के मद्देनज़र भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शनिवार को राज्य में होने जा रहे चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। यह वर्चुअल समीक्षा मीटिंग उप चुनाव आयुक्त (डी.ई.सी.) नितेश कुमार व्यास के नेतृत्व में की गई, जिस दौरान पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी (सी.ई.ओ.) डॉ. एस. करुणा राजू भी मौजूद रहे। मीटिंग में पंजाब के सभी उपायुक्त-सह-ज़िला चुनाव अधिकारी और पुलिस आयुक्त/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एस.एस.पी) भी उपस्थित थे।
कोविड-19 के नये रूप ओमीक्रॉन के मद्देनज़र, श्री व्यास ने चुनाव ड्यूटियों के लिए तैनात किये जाने वाले पूरे स्टाफ और स्वयंसेवकों को टीकाकरण करवाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने सभी डी.ई.ओज़ को स्टाफ के लिए कोविड टीकाकरण के लिए विशेष कैंप लगाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने डी.ई.ओज को नये मतदाताओं को शामिल करने और मौजूदा वोटों को काटने या स्थानांतरित करने के मामलों को मुकम्मल करने के लिए भी कहा। उन्होंने मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना और ‘1950’ मतदाता हेल्पलाइन को अधिक से अधिक उत्साहित करने के लिए टेक्स्ट मेसेज भेजने या मशहूर हस्तियों या खिलाड़ियों को मुहिम में शामिल करके स्वीप गतिविधियों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए।
श्री व्यास ने ज़िला चुनाव अधिकारियों (डी.ई.ओज) को सभी आर.ओज़ /ए.आर.ओज़ के प्रमाणित प्रशिक्षण को यकीनी बनाने के लिए कहा और उनको अधिक से अधिक मतदान केन्द्रों का दौरा करने के लिए विशेष तौर पर दूर-दूराज के इलाकों में जाने की हिदायत की। श्री व्यास ने उनको सभी पोलिंग बूथों पर उचित रैंप और व्हीलचेअर को यकीनी बनाकर दिव्यांग और बुज़ुर्ग मतदाताओं के लिए निर्विघ्न वोटिंग को यकीनी बनाने के लिए कहा। उन्होंने अधिकारियों को सभी मतदान केन्द्रों की 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग यकीनी बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में हथियार जमा करवाने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए भी कहा। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील मतदान केन्द्रों और अधिक खर्च वाले हलकों की पहचान सम्बन्धी प्रक्रिया को तेज करने के लिए कहा।

Advertisements

इस मीटिंग दौरान डीईओज़ और पुलिस आयुक्त /एसएसपीज़ ने डी.ई.सी. को अपने-अपने जिलों में चुनाव सम्बन्धी तैयारियों की स्थिति बारे जानकारी दी। ईपीआईसी के वितरण की स्थिति, मतदाता जानकारी पर्ची का वितरण, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों द्वारा अपना आपराधिक रिकॉर्ड प्रकाशित करना, दिव्यांग मतदाताओं के साथ-साथ 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर किये गए प्रबंध, मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए स्वीप गतिविधियों, अनुपस्थित मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट की स्थिति, नकद जब्ती, अवैध शराब के विरुद्ध मुहिम के साथ-साथ कोविड-19 के संदिग्ध व्यक्तियों आदि के लिए की गई तैयारियों बारे विस्तारपूर्वक बताया गया। इसके अलावा अंतर-ज़िला तालमेल, सुरक्षा बलों की तैनाती, दूर-दूराज के मतदान केन्द्रों के लिए प्रबंधन योजना, शैडो एरिये के लिए संचार योजना, वेबकास्टिंग और निगरानी सम्बन्धी प्रबंध, मतदाता हेल्पलाईनों और सीविजिल ऐप पर प्राप्त शिकायतों का निपटारा, सहायक मतदान केन्द्रों के लिए निश्चित न्यूनतम सुविधाओं की उपलब्धता ( ए.एम.एफ.) सम्बन्धी मुद्देे, सुरक्षा बलों का प्रशिक्षण आदि की भी विशेष तौर पर समीक्षा की गई।  

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here