नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। यूक्रेन को लेकर रूस और नाटो के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। लंबे समय तक सोवियत संघ का हिस्सा रह चुका यूक्रेन अब नाटो में शामिल होकर पश्चिमी देशों के धड़े में शामिल होना चाहता है। रूस यूक्रेन की सीमा पर भारी सैन्य बल तैनात कर रहा है। इस पर रूस को आर्थिक प्रतिबंध लगाने की धमकियां दी जा रही हैं। इसी मसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से वीडियो कॉल पर बात करेंगे। इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यूक्रेन पर हमले की सूरत में रूस को भारी आर्थिक कीमत चुकाने को तैयार रहने की चेतावनी दी है।
2014 में क्रीमिया पर कब्जे के बाद भी ऐसे प्रतिबंध लगे थे। नाटो ने यूक्रेन को सेना को मजबूत करने के लिए पर्याप्त मदद दी है। रूस पर बेल्जियम आधारित स्विफ्ट प्रणाली के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इससे रूस दुनियाभर में हजारों खातों से रकम की निकासी और भुगतान नहीं कर पाएगा।