पहले सिसोदिया और अब केजरीवाल होशियारपुर में मीडिया से रहे दूर, पत्रकारों से उलझते रहे वालंटियर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान मीडिया से घिरे रहने का शौक रखने वाले अरविंद केजरीवाल व इनकी टीम को इन दिनों मीडिया एलर्जी होने लगी है। क्योंकि होशियारपुर में गत दिवस दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व केजरीवाल के राइट हैंड कहे जाने वाले मनीष सिसोदिया जब यहां आए तो उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी और अब खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मीडिया से दूर रहे। इतना ही नहीं सूचना मिलने पर कार्यक्रम में पहुंचे पत्रकारों के साथ शिष्टाचार बरतने के स्थान पर आम आदमी पार्टी के वालंटियर मीडिया कर्मियों से उलझते रहे और उन्हें कवरेज करने से रोकते रहे। इस दौरान वालंटियरों द्वारा पत्रकारों के साथ बदसलूकी भी की गई, जिसे वहां खड़े कुछ समझदार लोगों ने बीचबचाव करके बात को शांत किया।

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हुआ यूं कि आज 7 दिसंबर को हलका शाम चौरासी के कार्यकर्ताओं और लोगों से मिलने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां पहुंचे हुए थे। इस दौरान पंजाब के बड़े नेता व हलके के नेता भी वहां मौजूद थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आगमन की सूचना पाकर अपनी ड्यूटी के तहत पत्रकार समागम स्थल पर पहुंचे और कवरेज करने लगे। लेकिन वहां खड़े कुछेक वालंटियरों ने पत्रकारों के साथ उलझना शुरु कर दिया और उन्हें कवरेज न करने की बात तक कह डाली। यहां तक कि कुछेक वालंडियरों ने तो यहां तक कह डाला कि आपको किसने बुलाया है। जबकि वहां खड़े कुछेक बुद्धिजीवीयों ने पत्रकारों को कवरेज करते रहने की बात कही। इसी बीच मामला उस समय भडक़ उठा जब एक प्रतिष्ठि पंजाबी समाचार पत्र के पत्रकार व कैमरामैन से एक वालंटियर गलत शब्दावली का प्रयोग करते हुए उलझ गया। जिसे समय रहते उसके साथी वालंटियरों ने समझाकर दूसरी तरफ भेजा। इसी दौरान समारोह स्थल की पिछली तरफ खाली कुर्सियों की वीडियो बना रहे एक अन्य पत्रकार के साथ कुछ वालंटियर उलझ पड़े कि वह खाली कुर्सियों की कवरेज क्यों कर रहा है तथा उसे ऐसा न करने की नसीहत दे डाली। वालंटियर इस प्रकार से पत्रकारों से व्यवहार कर रहे थे, जैसे उन्हें किसी बात का डर हो कि समागम की कमियां कहीं केजरीवाल के पास न पहुंचा जाएं और उनके नेता की फजीहत हो जाए। जिसके चलते वह पत्रकारों के साथ छोटी-छोटी बात को लेकर उलझते रहे।

यह सारा घटनाक्रम आप नेताओं के सामने घटा लेकिन किसी ने भी पत्रकार साथियों के पक्ष में बात करने की जहमत नहीं उठाई। जिससे ऐसा लगता है आप नेता चुनाव से पहले ही सत्ता के मद में चूर होकर जनता के सच्चे हितैषि होने का दिखावा करने लगे हैं और मीडिया को मिन्नतें कर बुलाने वाले इन नेताओं को अब पत्रकार फूटी आंखे भी नहीं सुहाते। सूत्रों की माने तो उक्त समागम भले ही हलका शाम चौरासी का था, लेकिन समागम में भीड़ जुटाने और केजरीवाल को अपनी साख दिखाने के लिए अलग-अलग नेता भारी जत्थों के साथ पहुंचे हुए थे ताकि समागम स्थल में भारी भीड़ दिखाई जा सके। लेकिन पीछे की तमाम कुर्सियां खाली होने की कवरेज कर रहे पत्रकार द्वारा सच्चाई उजागर किए जाने के डर से वालंटियर उससे भिड़ गए और कैमरे की आंख से बचने के लिए तुरंत ही बाहर से लोग लाकर कुर्सियों पर बैठा दिए ताकि हाल भरा-भरा लगे। पत्रकारों ने अपनी ड्यूटी निभाते हुए भले ही केजरीवाल व भगवंत मान की कवरेज की, लेकिन वालंटियरों द्वारा किए गए दुरुव्यवहार की टीस उनके मन में है। इस संबंध में यूनियन में बात आने पर जल्द ही इस संबंधी एक बैठक करके आम आदमी पार्टी का जिला होशियारपुर में बायकाट किए जाने संबंधी कोई फैसला लिया जा सकता है।

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