कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। भाजपा से टिकट पाने के लिए तमाम नेता टिकट की मांग कर रहे हैं। अब तक सबसे मजबूत दावेदारों में वर्तमान भाजपा जालंधर साऊथ के प्रभारी पुरुषोत्तम पासी को माना जा रहा है। पासी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार व अपने बढ़े भाई जतिंदर दत्त पासी की 1987 में शहादत के बाद प्रशोत्तम पासी पूरी तरह भाजपा में सक्रिय हो गए। इस दौरान जतिंदर दत्त पासी की शहादत के बाद देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बिहारी वाजपई सहित भाजपा के कई बड़े नेता उनके निवास स्थान शेखुपुर में शोक जताने पहुंचे थे। पासी का परिवार शुरू से भाजपा व जन संघ से जुड़ा रहा है।
पासी के परिवार में पिता व शहीद भाई जतिंदर दत्त पासी भी सरपंच रहे हैं। पासी 1989 से 1992 मंडल विधान सभा के उपप्रधान रहे और 1992 से 1995 तक जिला महामंत्री रहे हैं। वह 2013 से 15 तक भाजपा के पहली बार जिला प्रधान बने और फिर वह 2016 से 2019 तक भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रधान के तौर पर कार्यरत रहे। इसके साथ पासी 1998 में पहली बार नगर कौंसिल के पार्षद चुने गए और फिर वह 2008 में दूसरी बार पार्षद बने। इस दौरान पासी अकाली-भाजपा सरकार में 2008 से 2013 तक नगर कौंसिल कपूरथला के वाइस प्रधान के तौर पर सेवाएं निभा चुके हैं। बतादें जब भाजपा तीन कृषि कानूनों का विरोध झेल रही थी तब भी पासी ने पार्टी हाईकमांड के आदेशों अनुसार नगर निगम चुनावों में अपने वार्ड को छोड़ कर किसी और वार्ड से भाजपा की टिकट पर पुरे जोरशोर से चुनाव लड़ा था, वह जीत तो नहीं सके लेकिन उनकी वोट प्रतिशत काफी बढिय़ा रही। पासी के जिला प्रधान रहते हुए भी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, जैसे के उनके जिला प्रधान रहते हुए 2015 में फगवाड़ा के नगर निगम चुनाव में उनकी सीक्रिय भूमिका से पार्टी चुनाव जीती और फगवाड़ा में नगर निगम चुनावों में अरुण खोसला के सर मेयर का ताज सजा, 2019 के चुनावों में लोकसभा हलका में पड़ते भुलत्थ के प्रभारी रहते हुए भी भाजपा को भुलत्थ से काफी अच्छी लीड मिली थी। पासी मौजूदा समय में भाजपा प्रदेश कार्यकारणी के सदस्य और जालंधर साऊथ के प्रभारी भी हैं। बता दें कि पुरुषोत्तम पासी की शहर के सभी तबके के वोटरों और युवाओं में काफी मजबूत पकड़ है। पासी हर सामाजिक-धार्मिक कार्य में लोगों के सुख दु:ख में पहली कतार में खड़े नजर आते हैं और कई भाजपा के सीनियर नेताओं से पासी के संबंध बढिय़ा होने के कारण उनकी दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है।