किसान संगठनों द्वारा रोष धरना व चक्का जाम 22 मार्च से

मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। शुगर मिल की प्रबंधन टीम और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी अडिय़ल रवैया अख्तियार किए हुए हैं और किसान संगठनों द्वारा रोष धरना व चक्का जाम की घोषणा के बाद भी यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गन्ना काश्तकारों के बकाए के लिए कोई पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं। यह विचार पगड़ी संभाल जट्टा लहर के नेताओं ने कस्बा भंगाला में गन्ना काश्तकारों की बैठक के दौरान प्रकट किये। बैठक के दौरान रोष धरने की योजना बनाई गई और विभिन्न नेताओं की जिम्मेदारियां तय की गईं।

Advertisements

बैठक के बाद विजय कुमार गुलेरिया, सौरव मन्हास बिल्ला सरपंच, आसा सिंह भंगाला, बलदेव सिंह सेखवां, अर्जन सिंह कजला, जगदेव सिंह, सुरजीत सिंह बिल्ला, जगजीत सिंह भैणी पसवाल, चीमा पुराना शाला, दलजीत सिंह मंझपुर, टीटा धनोआ, कुलदीप सिंह रंगा, मनप्रीत छन्नी नंद सिंह आदि ने कहा कि गन्ना काश्तकारों को प्रति क्विंटल 35 रुपए का भुगतान सरकार द्वारा अब तक नहीं किया जा रहा है जबकि गन्ना सीजन समाप्त होने को है, जिसके कारण किसानों में गुस्से की लहर है। नेताओं ने बताया कि बार-बार बैठक व अपील करने और प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देने के बाद भी शुगर मिल मुकेरियां द्वारा गन्ने का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण भुगतान में 35 से 40 दिन की देरी हो रही है और शुगर मिल मुकेरियां की तरफ लगभग 160 करोड़ रुपए की राशि बकाया खड़ी हो गई है। उन्होंने बताया कि गन्ना काश्तकारों के खातों में गन्ने की बकाया राशि डलवाने के लिए अब आर-पार का संघर्ष किया जाएगा और समूह संगठनों द्वारा एकजुट होकर 22 मार्च से माता रानी चौक मुकेरियां में अनिश्चितकालीन रोष प्रदर्शन व चक्का जाम शुरू किया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here