धर्म की स्थापना के लिए साकार रूप धारण करते हैं प्रभु: साध्वी श्रेया भारती

divya-jayoti-shri-ram-katha-started-roshan-ground-hoshiarpur-punjab.jpg

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। युवा परिवार सेवा समिति की और से श्री राम कथा के दुसरे दिवस में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी श्रेया भारती जी ने बताया कि रामचरितमानस की महिमा के बारे में बताया उन्होनें कहा रामचरितमानस की रचना कितने ही वर्ष पूर्व क्यों न की गई हो, परन्तु धर्म की स्थापना के जिस सन्देश को वह धारण किये हुए है वह हर युग, काल और देश की सीमाओं से परे है व वर्तमान युग की समस्त समस्याओं का निवारण प्रस्तुत करता है। संसार में नाना प्रकार के रोग, शोक, जन्म, मृत्यु इत्यादि में पड़े काम, कोध, लोभ, मोह, अहंकार में जीवन के महत्व को खों चुके मानव को सन्मार्ग पर लाने के लिए प्रभु अवतीर्ण होते हैं। उपद्रव को शांत करने नित्यधाम से अनुरूप हो कार्य को सम्पादित करने हेतु जन्म लेते हैं।

Advertisements

divya-jayoti-shri-ram-katha-started-roshan-ground-hoshiarpur-punjab.jpg

कथा व्यास साध्वी श्रेया भारती जी ने बताया कि प्रभु धर्म की स्थापना के लिए साकार रूप धारण करते हैं और इसमे हम सभी को उनका साथा देना चाहिए । सौभाग्यशाली होती है वें आत्माएं जिन्हे ये सुअवसर मिलता है।

साध्वी जी ने बताया कि समाज क ो श्री राम जी की आवश्यकता है उनके आदर्शे की आवश्यकता है जिसे आज का मानव भूल चुका है। आज का मानव अज्ञानता के वशीभूत राम चरित्र को छोड चलचित्रों के पीछे दौड रहा है आज समय है इस अज्ञानता को समाप्त कर ज्ञान का प्रसार करने की 1योंकि आज समय और समाज की पुकार ब्रह्यज्ञान है जिससे कि मानव बन पायेगा और दानवता का नाश हो सकेगा। ब्रह्यज्ञान के विषय में बताते हुये उन्होनें बताया कि ब्रह्यज्ञान कि ईश्वर का आगमन है अंतस मे जब अंत : करण में ज्ञान का प्रकाश होगा तो अंधकार स्वत: ही समाप्त हो जायेगा।

divya-jayoti-shri-ram-katha-started-roshan-ground-hoshiarpur-punjab.jpg

इस अवसर पर ज्योति प्रज्जवलित करने के लिए विशेष रूप में डा. राज कू मार विधायक चब्बेवाल, बलवीर सिंह भटटी एस.पी., मनीष गुप्ता (बिल्ला ब्रिक्स), सौरव भोपाल, अतुल चावला, भृगु शास्त्री पंडित रामानुज शर्मा जी, भारत भूषण वर्मा व और भी महानुभाव उपस्थित हुए।

divya-jayoti-shri-ram-katha-started-roshan-ground-hoshiarpur-punjab.jpg

अंत में प्रभु की पावन आरती में सतीश गुप्ता परचंड स्टील, उमकार बेदी, दीपक मेहंदीराता, हरिश खोसला, रमेश चन्द्र गंभीर, कृष्ण गोपाल आंनद, संजीव कुमार, रविन्द्रर अग्रवाल, हरभजन लाल, भूपेश प्रजापति, पवन कूमार, यादविन्दर, जी.एस. राघव, अरूण कुमार, सतपाल भाटिया, अमरजीत शर्मा, बलविन्दर कतना, पार्षद मोनिका कतना, बलविंदर कतना, सुरिन्दरपाल सिंह, विकास शर्मा वकील, तरसेम सिंह, हरविन्दर कुमार, संजय कू मार सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here