होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। अगर सही मायने में पंजाब सरकार नजायज़ कब्जे छुड़वाना चाहती है तो गांवों में पड़ी गऊचर भूमि को भूमाफिया कब्जाधारियों से आज़ाद करवाकर गऊमाता के लिए गऊशालाएं बनाई जाएं, यह विचार नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अश्वनी गैंद द्वारा गर्मी के मौसम में पक्षियों को पानी पिलाने के लिए अपने घरों की छत्तों पर कटोरे रखने के लिए सदस्यों को कटोरे बांटतें समय कही गई। उन्होंने कहा कि पुराने समय में राजा-महाराजाओं द्वारा गऊधन की देखभाल के लिए पंजाब भर में गऊ हित के लिए लैड रिकार्ड में दर्ज जो कि कई पंचायतों में 5 से 50 हैक्टेयर तक हो सकती है छोड़ी जाती थी ताकि सिर्फ गऊधन के हित के कार्य, रख-रखाव व चारे आदि के लिए प्रयोग करके गऊशाला खोली जा सके। लेकिन रसूखदारों ने पंचायतों एवं राजनीतिज्ञों से मिलकर उन पर कब्जे कर लिए हैं। संस्था द्वारा पंजाब सरकार से मांग की जाती है कि सडक़ों पर घूम रहे लवारिस गऊधन की सांभ संभाल के लिए ऐसी गऊचर भूमियों को भूमि माफिया से छुड़वा कर हर पंचायत में गऊशाला का निर्माण करवाए। ऐसा करने से एक तो सडक़ों पर घूम रहे लवारिस गऊधन को आश्रय मिलेगा और किसानों को भी इससे राहत मिलेगी और सरकार के लिए बनी गंभीर लवारिस गऊधन की समस्या का समाधान होगा। इस बाबत जल्द ही एक मांग पत्र मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम स्थानीय कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा को दिया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू, मधूसूदन तिवारी, दविन्द्र गुप्ता, पंकज बग्गा, अजय जोशी, नीरज गैंद, अमन सेठी, सुरेश गोरू, अवतार सिंह, लक्की चोपड़ा, राकेश कुमार, अभि भाटिया, सोनू जट्ट, गणेश सूद, विक्की, जसविन्द्र घुम्मण, धीर आदि शामिल हुए।