होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। रयात बाहरा एजुकेशन सिटी में पंजाब पुलिस द्वारा ड्रग एडिक्शन , साइबर क्राइम और पहचान थेफ़्ट जैसे गंभीर विषयों पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिस में कैंपस के सभी कॉलेजों के छात्रों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस मौके कैंपस डायरेक्टर डॉ चंद्र मोहन ने सेमीनार में आए हुए मेहमानों का स्वागत किया। इस मौके पंजाब पुलिस की नारकोटिक्स शाखा के डीएसपी बबनदीप सिंह ने अपने संबोधन कहा कि ड्रग एडिक्शन एक क्रॉनिक बीमारी है. इससे दिमाग में लंबे समय तक चलने वाले कैमिकल बदलाव होते हैं, जो नशे की लत को छूटने नहीं देते. ड्रग एडिक्शन का मतलब यह है कि दिमाग उस नशे का आदी हो जाता है. यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक और खतरनाक होता ही है, सामाजिक और आर्थिक स्थित के लिए भी अच्छा नहीं होता । युवाओं को इससे दूर रहना चाहिए और दूसरों को भी नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करना चाहिए।
इस मौके डीएसपी कुलवंत सिंह ने भी छात्रों को साइबर क्राइम से जुड़े पहलूओं के बारे बताया। उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि किस तरह लोग इंटरनेट के मध्यम से भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इंटरनेट के जरिए बढ़ रहे साइबर क्राइम से कैसे बचना है और दूसरों को इसके लिए जागरूक भी करना है। इस मौके आइडेंटिटी थेफ़्ट विषय पर भी छात्रों को जागरूक किया। इस मौके डॉ एचपीएस धामी , प्रो मनोज कटुआल , डॉ पारुल खन्ना , दमनप्रीत कौर और कुलदीप राणा उपसिथत थे।