मूँगी की बुवाई ने नया रिकार्ड किया कायम, पिछले सीजन की अपेक्षा 70000 एकड़ अधिक क्षेत्रफल मूँगी की काश्त अधीन आया

चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य के किसानों को वैकल्पिक फसलों की बुवाई करके पानी की बचत करने की की अपील पर पंजाब में इस साल 1.25 लाख एकड़ (50,000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में गर्मी ऋतु की मूँगी की बुवाई होने से नया रिकार्ड कायम हुआ है। पिछले सीजन की अपेक्षा इस बार लगभग 70,000 एकड़ अधिक क्षेत्रफल में मूँगी बीजी गई है।

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राज्य सरकार की तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य 7275 रुपए प्रति क्विंटल पर सारी फ़सल खरीदने संबंधी पहले ही नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। नोटिफिकेशन अनुसार, गर्मी ऋतु की मूँगी की कटाई का समय जून, 2022 में और खरीद का समय 1 जून से 31 जुलाई, 2022 तक है। राज्य के कृषि विभाग की तरफ से सभी जिलों से प्राप्त अंतिम रिपोर्टों के आधार पर जुटाए आंकड़ों से अनुसार इस बार लगभग 1.25 लाख एकड़ (50,000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में मूँगी की काश्त की गई है जबकि 2020-21 के दौरान 55,000 एकड़ (22,000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल इस फ़सल के अधीन था। इसी तरह साल 2019-20 में लगभग 56750 एकड़ (22700 हेक्टेयर) क्षेत्रफल और साल 2018-19 के दौरान इस फ़सल के तहत कुल 40750 एकड़ (16300 हेक्टेयर) क्षेत्रफल था।

राज्य के कृषि विभाग की ताज़ा रिपोर्टों अनुसार, बठिंडा ज़िला 31072 एकड़ (12429 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में मूँगी की बुवाई करके राज्य भर में अग्रणी रहा, जबकि पिछले साल इस जिले में इस फ़सल के अधीन सिर्फ़ 500 हेक्टेयर क्षेत्रफल ही था। इसके बाद मानसा में 25,000 एकड़ (10,000 हेक्टेयर), मोगा 12675 एकड़ (5070 हेक्टेयर), श्री मुक्तसर साहिब 11975 एकड़ (4790 हेक्टेयर) और लुधियाना में 10,750 एकड़ (4300 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में मूँगी की काश्त की गई है। कृषि विभाग के डायरैक्टर गुरविन्दर सिंह के अनुसार इस कदम से गेहूँ-धान के चक्र के दरमियान एक और फ़सल बीज कर किसान की आय में विस्तार होगा। ज़िक्रयोग्य है कि मूँगी के काश्तकारों को मूँगी काटने के बाद उसी खेत में धान की 126 किस्म या बासमती की बुवाई करनी पड़ेगी क्योंकि यह दोनों फसलों पकने में बहुत कम समय लेती हैं और धान की अन्य किस्मों के मुकाबले बहुत कम पानी की ज़रूरत होती है।

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