मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग को गौरवमयी प्रोजैक्ट ‘पिंड बाबे नानक दा’ के लिए वैश्विक स्तर पर टैंडर मांगने के दिये हुक्म

चंडीगढ़, (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी विभाग को सुल्तानपुर लोधी में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित गौरवमयी प्रोजैक्ट ‘पिंड बाबे नानक दा’ के लिए वैश्विक स्तर पर टैंडर मांगने के निर्देश दिए। यहां अपने सरकारी निवास स्थान पर इस प्रोजैक्ट की प्रगति का जायज़ा लेने के लिए हुई मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये भगवंत मान ने विभाग को कहा कि वह 500 करोड़ रुपए की लागत से 40 एकड़ क्षेत्रफल में बनने वाले इस गौरवमयी प्रोजैक्ट के निर्माण के लिए विश्व प्रसिद्ध आर्कीटैक्टों की सेवाएं लें। विचार-चर्चा में हिस्सा लेते हुये पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मुख्यमंत्री को बताया कि भारत सरकार ने उपरोक्त प्रोजैक्ट के लिए तैयारी की रूप-रेखा को पहले ही सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आनंदपुर साहिब फाऊंडेशन की एक अन्य मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये पर्यटन विभाग को श्री आनंदपुर साहिब में बनने जा रही भाई जैता जी यादगार को दिसंबर, 2022 तक हर हाल में मुकम्मल करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग को समर्थ अथॉरिटी के द्वारा प्रवानित निर्धारित मापदण्डों के मुताबिक इस गौरवमयी प्रोजैक्ट के मानक निर्माण को यकीनी बनाने के लिए भी कहा। यह यादगार विरासत-ऐ-खालसा के कंपलैक्स में 13 करोड़ रुपए की लागत से पाँच एकड़ में बन रही है।

ज़िक्रयोग्य है कि बहादुर सिख जरनैल बाबा जीवन सिंह (भाई जैता जी) दसमेश पिता श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के श्रद्धावान सिख थे, जो नौवें सिख गुरू श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी का शीश चाँदनी चौक, दिल्ली से श्री कीरतपुर साहिब में लेकर आए थे। इसी तरह मुख्यमंत्री ने विभाग को विरासत-ऐ-खालसा की सीमा के अंदर 10 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किये जा रहे नेचर पार्क को इस साल दिसंबर तक मुकम्मल करने के लिए कहा है। भगवंत मान ने कहा कि यह प्रोजैक्ट यहाँ आने वाले लोगों और ख़ास कर कुदरत प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।

मुख्यमंत्री ने अमृतसर कल्चरल एंड टूरिज्म डिवैल्पमैंट अथॉरिटी की पहली मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये पवित्र नगरी अमृतसर में गोल्डन टैंपल प्लाज़ा समेत अलग-अलग विरासती और पर्यटन और सांस्कृतिक स्थानों की प्रगति का जायज़ा लिया। पवित्र शहर अमृतसर की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता का ज़िक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने विभाग को अथॉरिटी के अधीन चल रहे सभी कामों को जल्द पूरा करने के लिए कहा जिससे अमृतसर को विश्व पर्यटन केंद्र के तौर पर उभारा जा सके।

मीटिंग में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणू प्रसाद, प्रमुख सचिव पर्यटन और सांस्कृतिक मामले तेजवीर सिंह, सचिव सूचना एवं लोक संपर्क एम.एस. जग्गी और पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के डायरैक्टर करनेश शर्मा उपस्थित थे।

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