प्रशासन की ओर से विद्या प्रकाश-स्कूल वापसी आगाज अभियान की शुरुआत

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): स्कूल न जाने वाले बच्चों को शिक्षित व उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरुक कर उनके जीवन में उजाला लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक नई पहल की शुरुआत की गई है। विद्या प्रकाश- स्कूल वापसी का आगाज नाम के इस अभियान के माध्यम से स्कूल शिक्षा विभाग, आंगनवाड़ी, बाल सुरक्षा विभाग व एन.जी.ओ की मदद से स्लम में रह रहे, गलियों में घूम रहे ओवरएज हो चुके स्कूल न जाने वाले बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलावाया जाएगा ताकि साक्षरता में अग्रणी होशियारपुर जिले का कोई भी बच्चा शिक्षा के प्रकाश से वंचित न रह सके।  

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इस अभियान को सुचारु ढंग से लागू करने के लिए डिप्टी कमिश्नर श्री संदीप हंस ने आज जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उनके  साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(शहरी विकास) श्री संदीप कुमार भी मौजूद थे। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि विद्या प्रकाश- स्कूल वापसी का आगाज अभियान के अंतर्गत 0-3 साल के बच्चों को संबंधित आंगनवाड़ी वर्करों के माध्यम से आंगनवाड़ी सैंटरों में व 04 से 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को संबंधित सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाया जाएगा, जबकि इससे अधिक आयु के बच्चों को प्रीत नगर अज्जोवाल के स्कूल में ब्रिज कोर्स करवाया जाएगा ताकि वे साक्षर हो सकें। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि अभी तक जिला शिक्षा विभाग अधिकारी(ए) की ओर से एन.जी.ओ की मदद से करवाए गए सर्वे में 94 बच्चों, जिला बाल सुरक्षा विभाग की ओर से 51 व एन.जी.ओ. कार्मिलेट सोसायटी की ओर से 67 बच्चों को चिन्हित किया गया है।

बाल सुरक्षा यूनिट की ओर से चिन्हित की गई 51 लड़कियों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव के माध्यम से स्कूलों में दाखिला करवा दिया गया है जबकि बाकी बच्चों को स्कूलों में दाखिल करवाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने  हिदायत करते हुए कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी(ए) और जिला बाल सुरक्षा विभाग अपना सर्वे लगातार जारी रखे ताकि कोई भी जरुरतमंद बच्चा इस योजना से वंचित न रह सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित एन.जी.ओ का सहयोग भी लिया जाए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के बाद उनके पैरों पर खड़ा करने के लिए भी जिला प्रशासन यत्नशील है। उन्होंने बताया कि जिला रोजगार ब्यूरो के सहयोग से बच्चों के पुर्नवास के लिए भी योजना पर कार्य किया जा रहा है ताकि वे आत्म निर्भर बन सके।

उन्होंने कहा कि समाज के सर्वपक्षीय विकास के लिए लडक़ा- लडक़ी दोनों का शिक्षित होना बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि स्कूल छोड़ चुके बच्चे जो कि सामाजिक बुराईयों जैसे कि घरेलू हिंसा, नशे की लत, बाल विवाह व बाल भिक्षा की ओर बढ़ते जा रहे हैं, उसकी रोकथाम उनका शिक्षित होना बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जिला बाल  सुरक्षा यूनिट, एन.जी.ओ. कार्मिलेट सोसायटी के सहयोग से बच्चों को नियमित तौर पर स्कूल जाने व शिक्षा की महत्ता के साथ-साथ बच्च्चों को ओरल हाईजिन, हाथों को धोने, गुड मैनर्स, गुड टच-बैड टच, नशे से बचने, घरेलू हिंसा, पोस्को आदि की महत्ता के बारे में भी काउंसलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम को और प्रभावी ढंग से जिले में चलाने के लिए आंगनवाड़ी  वर्करों के माध्यम से इस प्रोग्राम की जागरुकता घर-घर पहुंचाई जाएगी।


इस दौरान विद्या प्रकाश- स्कूल वापसी का आगाज का पोस्टर भी रिलीज किया गया। इस मौके पर जिला बाल भलाई कमेटी की चेयरपर्सन श्रीमती हरजीत कौर, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी डा. हरप्रीत कौर, जिला शिक्षा अधिकारी(ए) संजीव गौतम, जिला शिक्षा अधिकारी(से) गुरशरण सिंह, कार्मिलेट सोसायटी की ओर से डैनियल भट्टी के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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