होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिस तेजी के साथ पेड़ों की कटाई हो रही है उसके मुकाबले पौधे लगाने की रफ्तार काफी कम है तथा इसका सीधा असर जहां पर्यावरण पर पड़ रहा है वहीं पक्षीयों के लिए भी जीवन बचाए रखने का संघर्ष बढ़ गया है। इसलिए यह जरुरी है कि एक तरफ जहां हमें पेड़ं की संख्या बढ़ाने के लिए पौधारोपण करना चाहिए वहीं घरों व आसपास के इलाके में पक्षियों के लिए लकड़ी एवं जूट के बने बनावटी घोंसले भी लगवाने चाहिए ताकि पक्षीयों की प्रजातियों को बचाया जा सके। यह बात भारत विकास परिषद के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने कही। उन्होंने कहा कि गत दिवस उनके घर में एक शार्क की किसी कारण मौत के बाद उसके बच्चे निराश्रित हो गए थे और गर्मी के कारण बेहाल थे। इसका पता चलते ही उन्होंने बच्चों को उठाया और उन्हें पानी आदि पिलाकर सुरक्षित स्थान पर रखा ताकि बिल्ली या कोई अन्य पक्षी उन्हें नुकसान न पहुंचा सके।
इस दौरान उनके पड़ोसी दिलबाग सिंह ने भी उनके घर पहुंचकर शार्क के बच्चों की देखरेख में उनका हाथ बंटाया और एक घायल बच्चे के जख्मों पर दवाई लगाई। श्री अरोड़ा ने कहा कि बच्चों का हाल देखकर उन्हें काफी दुख हुआ और उन्हें एहसास हुआ कि जिस प्रकार इंसानों के लिए सुरक्षित रहना एवं जीवन यापन करना जन्म सिद्ध अधिकार है उसी प्रकार धरती पर रहने वाले इन पक्षीयों के लिए भी वातावरण सुरक्षित होना चाहिए। जिसके लिए पेड़ों की संख्या बढ़ानी होगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने भी घर में 14 बनावटी घोंसले लगाए हुए हैं और उनमें से अधिकतर में पक्षीयों ने अपना घर बनाया हुआ है तथा सुबह-शाम उनकी चहचहाट साक्षात भगवान के होने का संकेत करती है व वे नजारा अलग ही होता है।