महिला पार्षदों के काम में उनके पतियों की दखलअंदाजी बंद करवाई जाए: सुदर्शन धीर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व पार्षद सुदर्शन धीर द्वारा नगर निगम मेयर सुरिंदर कुमार से अपील की गई है कि जिन वार्डों में महिला पार्षद हैं उन वार्डों के विकास कार्यों हेतु उनके पतियों की दखलअंदाजी पूरी तरह से बंद करवाई जाए। क्योंकि, जनता ने महिला वार्ड होने के चलते महिलाओं को अपना प्रतिनिधि चुना है न कि उनके पतियों को। यह अपील आज उन्होंने जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में की। श्री धीर ने कहा कि अगर महिला पार्षद के पास वार्ड के विकास कार्य एवं समस्याएं दूर करवाने का समय नहीं है तो उनसे त्यागपत्र ले लेना चाहिए। कानून भी यह गलत है कि किसी पार्षद का कार्य उनके पति या कोई रिश्तेदार देखे।

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उन्होंने मेयर और निगम कमिशनर से अपील की कि जिन वार्डों में महिला पार्षदों के पतियों की दखलअंदाजी अधिक है उनपर नकेल कसी जाए तथा जो पार्षद है वही नगर निगम या किसी अन्य कार्यालय में जाकर कार्य करवाए। श्री धीर ने कहा कि जिन सरकार विभागों में महिलाएं काम करती हैं वे खुद वहां जाकर अपनी ड्यूटी करती हैं तो फिर एक पार्षद जिसे जनता ने चुना है वह वार्ड में व नगर निगम में जाकर कार्य क्यों नहीं करवाती। उन्होंने कहा कि अब तो सरकार से पार्षदों को मेहनताना (वेतन) भी मिलता है। ऐसे में पार्षद पुरुष हो या महिला उन्हें अपना कार्य खुद करना चाहिए। क्योंकि यह भी देखने में आया है कि कई महिला पार्षदों के पति या कोई अन्य रिश्तेदार तथा कई पुरुष पार्षदों के बेटे व अन्य रिश्तेदार नगर निगम में जाकर वार्ड के कार्यों संबंधी मेयर व अधिकारियों से संपर्क साधते हैं। जोकि किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने मेयर एवं निगम कमिशनर के साथ-साथ सरकार से अपील की कि अगर कोई पार्षद जनता द्वारा सौंपी सेवाओं को नहीं निभा सकता तो उससे त्यागपत्र ले लेना चाहिए या फिर उसकी सेवाओं को निष्काशित कर देना चाहिए।

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