कपूरथला ( द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट:गौरव मढिय़ा । शहर में वातावरण व पानी की संभाल के लिए पिछले कई सालो से पूरी निष्ठां से कार्य कर रही संस्था ग्रीन पेंशन क्लब के प्रधान अश्वनी महाजन ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव गुरपाल सिंह इंडियन,व्यापर मंडल के जिला प्रधान कंवर इक़बाल सिंह व सीनियर नेता परविंदर सिंह ढोट सैकटरी दोआबा जोन के साथ नगर निगम कमिश्नर अनुपम कलेर कपूरथला से मुलाकात कर एक मांगपत्र दिया।जिसमे मांग की गई की जो मकान नगर निगम की हद में बनाये जा रहे है,जिनका एरिया 200 वर्गमीटर से अधिक है,उनके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली लाजमी तोर पर लागु की जाए।इससे लोगो के घरो की छतो पर बारिश पानी को बर्बाद होने से रोका जा सकता है। इस दौरान अश्वनी महाजन ने शहरवासियाें से भूगर्भ जल संरक्षण करने की आव्हान किया।उन्होंने ने कपूरथला शासन से मांग की है कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की अनिवार्यता भवनों में 200 वर्गमीटर पर लागू की जाए।उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन से अधिक आम-जन को भूगर्भ जल संरक्ष्ण के लिए आगे आना होगा, क्योंकि समाज के संकल्प के बिना इस लक्ष्य की प्राप्ति असंभव है।उन्होंने कहा कि भूगर्भ जल संरक्षण के लिए पौधरोपण एक सशक्त माध्यम है।
उन्होंने मांग की प्रशासन को भूगर्भ जल की बर्बादी के लिए सभी आवश्यक उपायों पर विचार करना चाहिए।मकान बनाने के लिए नक्शा पास करने की इजाजत देते समय इस सिस्टम का निर्माण अनिवार्य किया जाना चाहिए।बारिश के समय यदि जल संग्रहण पर जोर दिया जाता है तो जलस्राेतों में पानी की कमी को दूर किया जा सकता है। इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सोख्ता गड्ढे सहित अन्य उपाय हैं, लेकिन इनका उपयाेग नहीं किया जा रहा है।अश्वनी महाजन ने कहा कि बारिश के जल का संग्रहण किया जा सकता है।सिस्टम का निर्माण कराने में अधिक समय, मेहनत या लागत नहीं लगती है।ऐसे में वर्षाकाल में यह सिस्टम सभी विभागों एवं सार्वजनिक स्थलों में लगवाया जाए तो बड़ी मात्रा में जल जमा किया जा सकता है।नए भवन निर्माण के दौरान निरीक्षण कर नगर निगम को सभी भवनों में निर्माण की जांच करानी चाहिए।यह भी पता चलेगा कि नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।बारिश के पहले प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।इस अवसर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव गुरपाल सिंह इंडियन,व्यापर मंडल के जिला प्रधान कंवर इक़बाल सिंह, सीनियर नेता परविंदर सिंह ढोट सैकटरी दोआबा जोन, सुभाश मकरंदी, युवा आगु पुष्पिंदर सिंह, फतहिजीत सिंह,गौरव कंडा, वह अजे महरा, ने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की मदद से बारिश के पानी काे सहेजा जा सकता है।इस सिस्टम के तहत भवनाें के माध्यम से बारिश के पानी काे जमीन में जमा किया जाता है।
इस तरह लगता है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भवनों के आसपास 5 गुणा 5 का जमीन में चाैकोर गड्ढा तैयार करना होता है।इसकी दीवार पक्की और जमीनी सतह तल पर मिट्टी रहती है।प्लास्टिक के पाइप छत से गड्ढे में उतार दिए जाते हैं।गड्ढे में कुछ पत्थर व रेत डाल दी जाती है।साफ पानी गड्ढे में स्टोर होकर जमीन में बैठता है।बारिश से पहले छत की अच्छे से सफाई कर पानी को जमीन में उतारा जाता है।आसपास का जलस्तर बनाकर रखा जा सकता है।समय-समय पर इस गड्ढे को साफ किया जाना चाहिए। शहर के कुछ भवनाें पर ही लगा सिस्टम नगर में मंदिर धर्म सभा,अमृत बाजार, मार्कफेड चौंक,ब्रह्मकुंड मंदिर एवं शनि देव मंदिर में सिस्टम लगाया गया है ।इसके अलावा अन्य स्थानों पर लगाने के लिए लोगो को जागरूक किया जा रहा है।