जम्मू/राजौरी(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। सेना की ऐस ऑफ स्पेड्स के तत्वावधान राजौरी के सेना पशु चिकित्सा अस्पताल (1 वन एडवांस फील्ड हॉस्पिटल) राजौरी में ऑपरेशन सद्भावना के तहत विश्व रेबीज दिवस मनाया जिसमें सेना डॉक्टरों व अन्य अधिकारियों ने राजौरी नगर व कस्बे गांवों से पहुंचे लोगों को जानवरों के काटने से होने बाले नुकसान बीमारी व उपचार के बारे में जागरूक किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि सेना अधिकारी कर्नल मनोज कुमार दास के साथ अन्य सेना अधिकारी व राज्य पशु चिकित्सा विभाग के डा. शबनम मुस्तफा , डॉग लवर मौजूद रहे। पहले रोज 40 के करीब पालतू कुत्तों को रेविज का टीकाकरण किया गया। सेना पशु चिकित्सा अस्पताल के डॉक्टर रोहित ने बताया कि यह रेबीज के खिलाफ़ होने वाली लड़ाई में विश्व को एकजुट करने का सकारात्मक प्रयास है। सेना जहां सीमाओं की हिफाजत के लिए खड़ी है। वहीं आवाम की जरूरतों को समझ उनका समाधान करने की सोच रखती है। नगर के साथ साथ सीमावर्ती व दूरदराज के क्षेत्रों में भी मुफ्त चिकित्सा शिविर लगाकर लोगों व पशुओं के उपचार संबंधित जानकारी देने के साथ दवाइयां मुहैया करवाती है।
आज वन एडवांस फील्ड अस्पताल में विश्व रेविज दिवस पर शिविर में पहुंचने बाले लोगों के डॉग्स को रेबीज वैक्सीनेशन किया गया। यह मुफ्त शिविर अगले माह के पांच अक्टूबर तक चलेगा। क्षेत्र की आवाम को चाहिए कि वह रेबीज के प्रति जागरूक हों और अपने डॉग्स को रेबीज का टीका करवाएं। सेना अधिकारी ने बताया कि रेबीज पशुओं से (बाइट डॉग) काटने की एक घातक बीमारी है जो कि मानव मस्तिष्क को प्रभावित करती है तथा प्रतिवर्ष होने वाली हजारों मौतों का कारण भी बनती है। उन्होंने कहा कि बच्चों में रेबीज से संक्रमित होने का ख़तरा अधिक होता है। भारत में हर वर्ष लगभग 20 हजार लोगों की जान रेबीज से जाती है। अपने पालतू जानवरों को रेबीज का टीका अवश्य लगवाएं। कुत्ता या अन्य जानवर के काटने पर 72 घंटे के भीतर रेबीज का टीका जरूर लगवा लेना चाहिए। वहीं लोगों को साफसफाई के लिए भी जागरूक किया।