होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब रोडवेज़ रिटायर्ड इम्पलाईज़ वैल्फेयर ऐसोसिएशन होशियारपुर की मीटिंग प्रधान रणजीत सिंह मुल्तानी की अध्यक्षता में बस स्टैंड में हुई। मीटिंग शुरू होने पर इस जत्थेबन्दर के मैंबर जोगा सिंह जल्लोवाल के देहांत होने पर तथा इस जत्थेबन्दी के संस्थापक स्वर्गवासी रत्न चन्द भारद्धाज पूर्व ट्रैफिक मैनेजर की 7वीं पुण्य तिथी पर दो मिन्ट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। इस के बाद चार मैंबर हरदीप सिंह एन.आर.आई., बलजीत सिंह सहोता एन.आर.आई., जोगा सिंह रघुवाल पूर्व इंस्पैक्टर तथा कुलदीप सिंह अजड़ाम एन.आर.आई के जत्थेबन्दी में शामिल पर उनका सत्कार किया गया।
प्रधान रणजीत सिंह मुल्तानी, गुरबख्श सिंह मनकोटिया, ज्ञान सिंह भलेठू जनरल सचिव, कुलभूषण प्रकाश सिंह, अवतार सिंह शेरपुरी, बलविन्दर सिंह गढ़शंकरी ने मीटिंग को सम्बोधन करते हुये बताया कि इस जत्थेबन्दी के संस्थापक रत्न सिंह भारद्धाज जो कि दिनांक 18 अक्तूबर, 2015 को अपने परिवार तथा इन साथियों से बिछुड़ गये थे तकरीबन 7 साल होने पर भी हमारी जत्थेबन्दी उनके नक्शे कदम पर चलती हुई सही दिशा की ओर जा रही है। उनकी ईमानदारी तथा कठिन मेहनत की वहज से जहां महकमे को फायदा हुआ है वहीं इस जत्थेबन्दी ने भी उनके सही दिशा निर्देश का फायदा उठाया है। भारद्धाज साहिब जी की पुण्य तिथी पर परमजीत सिंह होशियारपुर पूर्व इंस्पैक्टर जो कि कवि भी हैं उनकी लिखी हुई किताब ’’कावि संग्रह सिफ़तां दे पार’’ए ’’निक्कियां करूंबलां’’ प्रकाशन माहिलपुर, प्रधान रणजीत सिंह की ओर से रिलीज़ की गई। खुशहाल पुरी ने इन की याद में एक कविता ’’नाल हलीमी बोल के देना सभ नू ही सत्कार, भारद्धाज ने खड़ जाना जित्थे खिड़ जानी गुलज़ार’’ मीटिंग में मौजूद सभी साथियों को सुनाई। सभी ने भारद्धाज को याद करते हुये उनकी अच्छाईयों की तारीफें की।
तथा वही पंजाब सरकार की निंदा करते हुये उपरोक्त वक्ताओं ने कहा कि यह मान सरकार पंजाब सरकार के मुलाज़मों/रिटायर कर्मचारियों की मेहनत के कारण बनी है पर इस सरकार ने अपनी 7 महीनों की अच्छी कारगुज़ारी न होने कारण मुलाज़मों/कर्मचारियों को निराश कर दिया है क्योंकि रिटायर कर्मचारियों को एक आस थी कि यह सरकार इनके बनते हक जैसे कि 6वें तनख्वाह कमिशन के बकाये, पे-कमिशन की त्रुटियों को दूर करना, 5वें पे-कमिशन का 148 प्रतिशत डी.ए. के बाद का बकाया, 6वें पे-कमिशन का 01-10-2016 का बकाया तथा 28 प्रतिशत डी.ए. के बाद बनती तीन किश्तें, 38 प्रतिशत का बकाया, कुल मिला के हमारा ही हक है। पर यह सरकार हमारे किये वायदे भूल गई है। 7 महीनों में मुलाज़मों का एक बार भी नाम नहीं लिया गया। मीटिंग में वक्ताओं ने बोलते हुये कहा कि अगर हम सरकार बनाने में मदद कर सकते हैं तो फेल करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस जत्थेबन्दी की ओर से जो मनिस्टरी स्टाफ ने 5 दिन की हड़ताल की है हमारी यह जत्थेबन्दी उसका पुरज़ोर समर्थन करती है। इस जत्थेबन्दी की ओर से इस सरकार की बढि़या कारगुज़ारी न होने पर मुर्दाबाद ! के नारे भी लगाये गये।
इस मीटिंग में परमजीत सिंह, अवतार सिंह गिल, गुरबख्श सिंह मनकोटिया, महिन्दर सिंह जल्लोवाल, हरनाम दास, खुशवंत सिंह, बलजीत सिंह सहोता, सोहन लाल इंस्पैक्टर, मनमोहन सिंह वालिया, सन्त राम इंस्पैक्टर, गुरदेव सिंह, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह अजड़ाम, परमिन्दर सिंह, जसवीर सिंह यार्ड मास्टर, अवतार सिंह झिंगड़, महिन्दर कुमार, गुरूदत्त, शिव लाल, जोगा सिंह रघोवाल, संतोख राम, बलविन्दर सिंह गढ़शंकरी, भूपिन्दर सिंह, चरन सिंह, बाल किशन, कमलजीत मिन्हास, जोध सिंह, प्रवीण कुमार, जगजीत सिंह डी.सी., जोगिन्दर राम खनौड़ा तथा संतोख सिंह वीरा भी शामिल हुये।