होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़) : भारत विकास परिषद की तरफ से प्रधान व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में गोपाष्टी के मौके पर गाय माता और बछड़े की पूजा की गई तथा उसकी परिक्रमा करने के पश्चात गाय माता को हरा चारा तथा गुड़ खिलाया गया। संजीव अरोड़ा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गाोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 1 नवंबर को आई है। उन्होंने कहा कि गाय माता के समान है और हमारे धर्म ग्रंथों में इसकी सेवा को सबसे उत्तम सेवा माना गया है। इसलिए हम सभी को गऊ सेवा से जुडऩा चाहिए।
इस मौके पर सचिव राजिंदर मोदगिल ने बताया कि सौभागय वृद्धि के लिए लोग इस दिन गाय माता का पूजन करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण ने आज से ही गाय को चराना आरंभ किया था। धर्म शास्त्रों के अनुसार गौ माता के शरीर में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। उनकी पूजा व सेवा करने से देवी-देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है। एचके नाकड़ा तथा विजय कुमार ने कहा कि सनातम धर्म के अनुसार शुद्ध भारतीय नस्ल की गाय की रीढ़ में सूर्य-केतू नाम की विशेष नाड़ी होती है। ऐसा कहा जाता है कि गाय को सहलाने मात्र से कई असाध्य रोग दूर होते है।