चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़): प्रमुख समाज सेवक राजिंद्र सिंह परमार ने जारी प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि एक ओर आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा उनकी सरकार पंचायती जमीनों पर से अवैध कब्जों को छुड़ाने के दावे ठोक रही है तो वहीं दूसरी ओर उनके एक कैबिनेट मंत्री का भाई तथा मंत्री के करीबी राजनीतिक विरोधियों के घरों पर नाजायज कब्जे करने के लिए धक्केशाही का नंगा नाच कर रहे हैं। परमार ने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम लिखें एक पत्र में मुख्यमंत्री को बताया था कि कि कैबिनेट मंत्री का भाई सत्ता के नशे में चूर होकर उनके भतीजे के मकान की ऊपरी मंजिल पर किराये पर रहते बिहारी परिवार को मोहरा बना कर तथा उन्हें उकसा कर साजिशन उनके भतीजे के नीचे वाले घर के ताले तोड़ कर कब्ज़ा करवा दिया तथा उसने घर के भीतर पड़े उनके भतीजे का कुछ कीमती समान खुर्दबुर्द करवा दिया है। जिसकी शिकायत जून महीने में उन्होंने एसएसपी को ई-मेल द्वारा दर्ज कराई थी। उसके बाद भी एसएसपी को फिर दरखास्त दी पर दु:ख की बात है कि मंत्री तथा उसके का भाई पुलिस कारवाई नहीं होने दे रहे। पुलिस भी मूक दर्शक बनी हुई है। लेकिन शिकायत पत्र का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पंजाब ने उनकी शिकायत पर प्रमुख सेक्ट्री पंजाब सरकार (गृह मामले व न्याय विभाग) को कारवाई करने के लिए लिखा है।
परमार ने मुख्यमंत्री को लिखा था कि चाचा होने के नाते अपने भतीजे के घर की देखभाल तथा संभालने की जिम्मेदारी होने के कारण जब वह इस घर की रिपेयर तथा पेंट करवाने के लिए 21 अगस्त को पेंटर तथा मजदूर लेकर अपने भतीजे के घर गए तो किराएदार तथा मंत्री के भाई द्वारा पहले से रची गई साजिश के तहत किराएदार ने घर के कुछ कपड़े व बर्तन फर्श पर फैंक दिए तथा इसी दौरान मंत्री का भाई फिल्मी अंदाज में चंद मिनटों में पुलिस लेकर आ गया और पुलिस ने उसके दवाब में उन्हें तथा 3 मजदूरों को तथा गली में खड़े एक अज्ञात युवक को पकड़ा और बिना कारण सिटी थाने ले गए और उन पर मामला दर्ज करवा दिया। लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री जब प्रमुख शहरियों को लेकर थाने पहुंचे थे तो पुलिस को उन्हें छोडऩा पड़ा था। उन्होंने कहा कि मंत्री का भाई उनके भतीजे का घर हड़पना चाहता है। जिस कारण वह साजिशें रच रहा है। उन्होंने मांग की कि साजिश रजने वालों पर मामला दर्ज किया जाए और उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर मुख्य सचिव उनके साथ न्याय जरुर करेंगे।