होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जब कोई नेता पार्टी को अपनी निजी जागीर समझने लगता है तो पार्टी का ही नहीं बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं का भी नुकसान होता है। इसी प्रकार पिछले 20 सालों से होशियारपुर में कांग्रेस को सुन्दर शाम अरोड़ा दीमक की तरह चट कर रहे थे और अरोड़ा ने अपनी स्वार्थ की राजनीति के तहत आज कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। यह वही कांग्रेस है जिसने अरोड़ा को मंत्री पद का सम्मान दिया और उन्होंने अपने निजी स्वार्थ के लिए पार्टी एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की बलि दे दी। यह विचार पूर्व जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष नवप्रीत रैहल ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में प्रकट किए।
कैबिनेट मंत्री जिम्पा से रैहल ने की अपील, अरोड़ा द्वारा रेवेन्यू विभाग में की गई धांधलियों की करवाएं जांच
श्री रैहल ने कहा कि पिछली सरकार के समय में मंत्री पद पर रहते हुए अरोड़ा ने अपनी सभी कालोनियों में सेंटर की स्कीमों के तहत सीवरेज एवं वाटर सप्लाई डलवाई और इतना ही नहीं अपने चहेतों के अलावा किसी कार्यकर्ता का कोई काम नहीं संवारा। श्री रैहल ने कहा कि अपने काले कारनामों को छिपाने और लगभग 600 करोड़ के घोटाले में ईडी तंग परेशान न करे इसके चलते अरोड़ा कांग्रेस के साथ विश्वासघात करके भाजपा में शामिल हुए हैं। जिसे होशियारपुर निवासी ही नहीं बल्कि पंजाब निवासी भलीभांति समझते हैं।
श्री रैहल ने मौजूदा कैबिनेट मंत्री ब्रह्मशंकर जिम्पा से अपील की कि उनके पास रेवेन्यू विभाग है तथा वे अरोड़ा के कार्यकाल में हुई धांधलियों की जांच करवाएं ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके तथा जनता को यह भी पता चल सके कि इन्होंने अपने पद का कितना दुरुपयोग किया था। उन्होंने कहा कि ईडी से तो भले ही अरोड़ा बच जाएं लेकिन पंजाब की विजीलेंस तो जांच कर सकती है कि अरोड़ा ने कितने घोटाले किए हैं।