अमृतसर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने पंजाब के शिक्षा मंत्री के नाम पत्र में कहा है कि पंजाब सरकार सभी स्कूलों कालेजों में वीर हकीकत का बलिदान दिन मनाए। पंजाब सरकार ने यह अच्छा कदम लिया है कि स्कूलों के नाम, जातियों के आधार पर नहीं शहीदों के नाम पर रखे जाएंगे। इसके साथ ही सबसे जरूरी यह है कि जिस बाल वीर हकीकत राय ने मुगलों के भरे दरबार में अपना सिर कटवाया, सिर कटने से पहले उसे पत्थर मार मार कर घायल किया गया पर वीर हकीकत ने अपना धर्म नहीं छोड़ा और मुगलों को यही कहा कि अगर मुसलमान बनकर नहीं मरेगा तब उसे मुसलमान बना लीजिए।
बड़ी बहादुरी के साथ चौदह वर्ष की उम्र में उसने बलिदान दिया। देशवासियों को याद रखना होगा कि स्यालकोट में हकीकत की मुगलों द्वारा क्रूर हत्या के बाद उसी समय उसकी बालिका पत्नी सती हो गई और केवल बटाला में ही सती लक्ष्मी की समाधि है। सरकार को याद रखना चाहिए कि बसंत पंचमी के दिन वीर हकीकत का बलिदान हुआ था, इसलिए सभी स्कूलों में, कालेजों में बसंत पंचमी के साथ ही वीर हकीकत का बलिदान दिन मनाना चाहिए। पंजाब के, के जिन वीर बालकों ने देश और धर्म के लिए जीवन अर्पण किया है उनको याद करना, उनके बलिदान से शिक्षा लेना नई पीढ़ी को प्रेरणा देगा और ऐसे ही बच्चे देश का नाम ऊंचा करेंगे ।