होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी है अनुशासन में रहना और सतत संघर्ष करना। यह अनुशासन किसी बाहरी शक्ति द्वारा नहीं बल्कि खुद अपने ऊपर लागू किया जाना चाहिए। आत्म अनुशासन में रहकर ही हम जीवन में विकास की वह सभी सीढ़ियां चढ़ सकते हैं जिनकी हम कल्पना करते हैं।
नवोदित युवा लेखिका का हॉकर विद्यार्थियों द्वारा सम्मान
प्रमुख समाज कर्मी और रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉ अजय बग्गा ने आज यहां उक्त बात कही। वह प्रिंसिपल ओमप्रकाश बग्गा मेमोरियल छात्रवृत्ति प्रदान करने संबंधी संक्षिप्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। डॉ. बग्गा ने कहा कि जीवन में सफलता पाना तभी संभव है जब आप अनुशासन में रहते हुए सतत संघर्ष करते रहे और अपने लक्ष्य की प्राप्ति से पहले रूकें नहीं। उन्होंने कहा कि सतत संघर्ष ही सफलता की निश्चित गारंटी है। इससे सफलता मिलने में चाहे समय लग जाए लेकिन स्थाई सफलता मिलना निश्चित है जबकि गलत रास्तों से शॉर्टकट में हासिल की गई सफलता ज्यादा देर नहीं टिकती।
इस अवसर पर नवोदित युवा लेखिका अदिति सिद्धू को सम्मानित भी किया गया। महज़ 19 वर्ष की आयु में बीसीए सेकेंड ईयर की छात्रा अदिति सिद्धू द्वारा लिखित पहली पुस्तक ‘हिप्नोटाइजिंग यूनिवर्स’ हाल ही में रिलीज की गई है। न्यूज़पेपर हॉकर के तौर पर कार्य करने वाले विभिन्न कॉलेजों के 15 विद्यार्थियों ने अदिति को दुशाला भेंट किया।
इस दौरान अदिति ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए अपने निजी अनुभव उनसे सांझा किए। अदिति का कहना था कि किसी सपने को पूरा करने के लिए सतत संघर्ष किया जाए तो पूरी कायनात आपके उस लक्ष्य को प्राप्त कराने के लिए जुट जाती है और अंततः आप अपना लक्ष्य पा कर ही रहते हैं। अगर किसी काम को पूरी शिद्दत से किया जाए तो कोई कारण नहीं कि सफलता ना मिले। इस अवसर पर डॉ बग्गा द्वारा 15 हॉकर विद्यार्थियों को जनवरी और फरवरी माह की प्रिंसिपल ओम प्रकाश बग्गा मेमोरियल स्कॉलरशिप की राशि प्रदान की गई।