दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। भारत सरकार ने गुलामी की मानसिकता का एक और खम्भ उखाड़ फेंका है। सरकार ने राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन का नाम बदलकर अब अमृत उद्यान रख दिया है। अब से ये गार्डन अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा।
सरकार के इस फैसले का देशवासियों ने स्वागत करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम बहुत सराहनीय है और देश के भीतर मुगल सामग्राज्य ही नहीं बल्कि अंग्रेजी हकूमत दौरान हमारे स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने एवं गुलामी की मानसिकता को जिंदा रखने वाले उन समस्त नामों को बदल देना चाहिए तो हमें 100 साल पीछे की याद दिलाते हों। लोगों का कहना है कि जिन लोगों को गुलाम मानसिकता में जीने की आदत हो, वे जगहों एवं बगीचों के नाम पुराने ही ले सकते हैं। लेकिन देश से प्यार करने वाले सदैव सरकार के ऐसे फैसलों का स्वागत ही करेंगे।
लोगों ने एक बात और कही है कि अगर नाम बदलने से कुछ नहीं होता तो मुगलों या अंग्रेजों ने नाम क्यों बदले, इसलिए अब जबकि हमारा देश आजाद है तो हमें गुरामी की याद दिलाने और गुलाम मानसिकता को दर्शाने वाली जगहों और मार्गों के नाम बदल कर पुरातन नाम रखने चाहिए।