पंजाब में 11 महीनों में 38175 करोड़ रुपए का निवेश आया: मुख्यमंत्री

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता संभालने के केवल 11 महीनों के समय में अब तक 38175 करोड़ रुपए का निवेश लाया है, जिससे राज्य में 2.43 लाख नौकरियाँ पैदा होंगी। आज यहाँ पंजाब भवन में मुख्यमंत्री ने यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ”यह निवेश तो केवल मॉनसून से पहले की बौछार हैं और 23-24 फरवरी को मोहाली में होने जा रहे ‘निवेश पंजाब सम्मेलन’ के दौरान राज्य में जल्द ही बड़े निवेश के रूप में मॉनसून देखने को मिलेगा।”

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निवेश के साथ राज्य में 2.43 लाख नौजवानों को मिलेगा रोजग़ार, रोजग़ार के अवसरों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों और निवेश संबंधी विस्तार में जि़लावार दी जानकारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उद्योगपतियों को सम्मेलन के लिए न्योता देने के लिए चेन्नई, हैदराबाद, मुम्बई और जर्मनी गए थे। उन्होंने कहा कि इन महानगरों के औद्योगिक समूह राज्य में औद्योगिक विकास की अथाह संभावनाओं को देखकर हैरान हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के स्वरूप यह उद्योगपति अब पंजाब में निवेश करने के लिए तैयार हैं।  
 मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 38175 करोड़ रुपए का निवेश आया है, जिससे राज्य में नौजवानों के लिए रोजग़ार के 2.43 लाख अवसर पैदा होंगे। अधिक विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि रियल एस्टेट, हाउसिंग और बुनियादी ढांचे में प्रस्तावित निवेश 11,853 करोड़ रुपए का है, जिससे 1.22 लाख नौकरियाँ पैदा होंगी। भगवंत मान ने आगे बताया कि मैनुफ़ेक्चरिंग सैक्टर में 5981 करोड़ रुपए का निवेश आया है और 39,952 नौकरियाँ पैदा हुई हैं, स्टील सैक्टर में 3889 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 9257 नौकरियाँ पैदा होंगी, कपड़ा, टैक्निकल टेक्स्टाईल, कपड़ा उद्योग में 3305 करोड़ रुपए का निवेश आया और 13,753 नौकरियाँ पैदा होंगी, खेती, फूड प्रोसेसिंग और बिवरेज सैक्टर ने 2854 करोड़ रुपए का निवेश आया और 16,638 नौकरियाँ मिलेंगी और हैल्थकेयर में 2157 करोड़ रुपए का निवेश आया और नौकरियों के 4510 अवसर सृजन किए जाएंगे।  
 मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि टाटा स्टील (फोर्चून 500) लुधियाना में सेकंडरी स्टील सैक्टर में 2600 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है, सनातन पोलीकॉट फतेहगढ़ साहिब में मैन-मेड फाइबर सैक्टर में 1600 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, नाभा पावर (एल एंड टी) पटियाला में पावर सैक्टर में 641 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। टोपन (जापान) एस.बी.एस. नगर में पैकेजिंग सैक्टर में 548 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, नैसले (स्विटजऱलैंड) मोगा में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में 423 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, वर्धमान स्पेशल स्टील्ज़ (एची स्टील, जापान) लुधियाना में हाइब्रिड स्टील सैक्टर में 342 करोड़ रुपए, फ्रूडेनबर्ग, रूपनगर में ऑटो और ऑटो कम्पोनेंट्स सैक्टर में 338 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, बेबो टैकनॉलॉजी एस.ए.एस. नगर में आई.टी. सेक्टर में 300 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है, एच.यू.एल. (यू.के.) पटियाला में 281 करोड़ रुपए और कारगिल इंडिया (अमरीका), फतेहगढ़ साहिब में पशु ख़ुराक के लिए 160 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है।  
जि़लावार विवरण देते हुए भगवंत मान ने बताया कि एस.ए.एस. नगर में 9794 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जिससे 68,061 नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी, लुधियाना में 9319 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 33,172 नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी। फतेहगढ़ साहिब में 4246 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 13,840 नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी, अमृतसर में 4079 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 85,419 नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी, पटियाला में 2821 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जिससे 9927 नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी और रूपनगर में 1200 करोड़ रुपए का निवेश आया, जिससे 3172 नौजवानों को नौकरियाँ दीं जाएंगी।  
 मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो अभी शुरुआत है और 23-24 फरवरी को होने वाले निवेश पंजाब सम्मेलन के दौरान और निवेश आएगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य संभावित निवेश और व्यापारिक अवसरों को आकर्षित करना, रिश्ते बनाना और नए विचारों और स्टार्टअप्ज़ के साथ जुडऩा है। भगवंत मान ने बताया कि इस सम्मेलन में विश्व और क्षेत्रीय निवेशकों, कॉर्पोरेट संस्थाओं, उद्योगपतियों, विचारवान नेताओं और अन्यों की शमूलियत होगी।  
 मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान पंजाब विकास के लिए अपनी दूरदर्शी पहुँच और उद्योग के लिए निवेश के अवसरों का प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का विषय ‘इनवैस्ट इन द बैस्ट’ (सबसे अच्छी जगह निवेश करो) है जिसका उद्देश्य पंजाब को भारत में निवेश के लिए सबसे पसन्दीदा स्थान के तौर पर दिखाना है। भगवंत मान ने कहा कि एग्री-फूड प्रोसेसिंग, टेक्स्टाईल, हैल्थकेयर, एजुकेशन, टूरिज़्म, आई.टी. और स्टार्ट-अप्ज़, निर्यात, जापान के सैशन और यू.के. के सैशन समेत मुख्य क्षेत्रों में कुल 9 सैशन करवाए जाएंगे।  
 मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि निवेशकों की सुविधा के लिए राज्य सरकार सिंगल विंडो प्रणाली को मज़बूत करने के लिए कोशिशें कर रही है। भगवंत मान ने टिप्पणी की कि पहले सिंगल विंडो सेवा केवल दिखावा था, जिसका कोई मतलब नहीं था। इस कारण संभावित निवेशकों का ना केवल मनोबल गिरा, बल्कि इससे राज्य के औद्योगिक विकास को भी चोट लगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सिंगल विंडो प्रणाली को राज्य में निवेश के इच्छुक उद्यमियों के लिए असल मायनों वाली सुविधा बनाने पर काम कर रही है।  
 एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब से किसी भी उद्योग ने उत्तर प्रदेश का रूख नहीं किया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाईयों को यहाँ बेहतरीन सुविधाएं मिल रही हैं, जिस कारण कोई भी उद्योग राज्य से बाहर नहीं गया। भगवंत मान ने कहा कि औद्योगिक इकाईयाँ केवल राज्य में ही रहेंगी और उनकी यहाँ से विदाई होने की खबरें कोरी अफ़वाहें हैं।  
 मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली संबंधी अर्थव्यवस्था के इंजन के तौर पर काम करने के तथ्य से अच्छी तरह अवगत होने के कारण राज्य ने पछवाड़ा कोयला खान से कोयले की सप्लाई बहाल करने के बाद पंजाब को अतिरिक्त बिजली वाला राज्य बनाने की ओर बड़ा कदम बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में थर्मल प्लांटों को कोयले की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। भगवंत मान ने कहा कि उद्योग को निर्विघ्न बिजली सप्लाई मुहैया करना राज्य सरकार का कर्तव्य बनता है। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से अपील की कि वह अपने उद्योग को बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल के साथ-साथ बुनियादी ढांचे, बिजली, कुशल मानव संसाधन और बेहतरीन औद्योगिक एवं कामकाजी सभ्याचार का अधिक से अधिक लाभ लें, उन्होंने कहा कि पंजाब में औद्योगिक तरक्की को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार नए विचारों और नई खोजों के लिए हमेशा तैयार है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब अपने उद्यमियों के सक्रिय सहयोग के साथ देश भर में औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा।  
 मुख्यमंत्री ने उम्मीद ज़ाहिर की कि 23 और 24 फरवरी को मोहाली में हो रहा पंजाब निवेश सम्मेलन राज्य की औद्योगिक तरक्की को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित समारोह के प्रबंधों को राज्य सरकार ने पहले ही अंतिम रूप दे दिया है। भगवंत मान ने कहा कि इससे राज्य के ओद्यौगिकीकरण को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजग़ार की खोज के लिए पढ़े-लिखे युवाओं का विदेशों का रूख करने के रुझान को रोका जा सकेगा।  
 मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने रेत खनन में पारदर्शिता लाकर रेत माफिया की कमर तोड़ दी है। भगवंत मान ने कहा कि 16 सार्वजनिक रेत के गड्ढे लोगों को समर्पित किए गए हैं, जिससे लोगों को पिट हैड से 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट रेत की सप्लाई सुनिश्चित बनेगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पिछली सरकारों के समय बढ़ा-फूला रेत माफिया अब लोगों का शोषण नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग की तरक्की के लिए पंजाब मुल्क भर में से सबसे अनुकूल माहौल प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतरीन सडक़, रेल और हवाई कनैक्टीविटी के साथ-साथ कुशल मानव संसाधन के कारण देश भर में पंजाब सबसे प्राथमिक निवेश स्थान है। भगवंत मान ने कहा कि यह सम्मेलन पंजाब की आर्थिक तरक्की की रफ़्तार को तेज़ करेगा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान भी उपस्थित थीं।  

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