होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। आर्य समाज होशियारपुर की तरफ से महार्षि दयानंद सरस्वती जी का 200वां जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर आर्य समाज मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित भक्तजनों ने परमात्मा की स्तुति, प्रार्थना और उपासन के पश्चात पवित्र यज्ञाग्नि में आहुति डाली। इस मौके पर डाय अजय बग्गा व उनके परिवार ने हवन में मुख्य यजमान के तौर पर आहुति डाली और विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान आर्य समाज के प्रधान प्रदीप कुमार व महामंत्री चैतन्य वात्सयायन ने डा. बग्गा व उनके परिवार को दयानंद सरस्वती जी के द्वारा रचित ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश साहित्य भेंट करके सम्मानित किया।
इस अवसर पर डा. बग्गा ने ओजस्वी कथा सुमनोहर प्रवचन दिया। उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा किए गए व्यापक लोपोपकारक कार्यों का दिग्दर्शन कराया। डा. बग्गा ने अपने भाषणों में उपस्थित सज्जनों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें महर्षि के द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने से सुगमता होगी।
इसके उपरांत पुरोहित शिव प्रसाद उपाध्याय ने भी उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि दयानंद सरस्वती के आगमन से पहले दुनिया में अनेक प्रकार की रुढ़ीयां, अविद्या आदि छाई हुई थी। एक और अंग्रेजों का शासन था तो दूसरी ओर अन्य मतावलम्बी भी अपने पैर पसारे हुए थे। वेदों के आधार पर महर्षि जी ने अनेक रुढिय़ों को परिमार्जन किया। इस मौके पर प्रधान प्रदीप कुमार, महामंत्री चैतन्य वात्सयायन, उपाध्यक्ष प्रिं. डीके शर्मा के अलावा आर्य समाज के सदस्यगण एवं धर्मप्रेमी भक्तजन मौजूद थे।