होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्रीनंद अन्नपूर्णा मंदिर में श्री रुद्र चण्डी यज्ञ में आचार्य राजेन्द्र प्रसाद नएवं वेदपाठियों ने अगले दिन का पाठ करते हुए मंत्रोच्चारण के साथ आहुति डलवाईं और यज्ञ के महात्म संबंधी बताया। इसी बीच शाम के सभा में श्रीमद भागवत में धीरज कृष्ण शास्त्री ने भक्ति के सिद्धांतों को प्रकट किया और कहा कि सहिष्णुता सहनशीलता भक्त की प्रथम निशानी है। इस दौरान उन्होंने कथा के माध्यम से जडभरत चरित्र का और अठाईस प्रकार के नरकों का वर्णन करते हुए भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। श्री व्यास जी के भागवत कथा वाचन से श्रद्धालु भी अभिभूत हुए।
उन्होंने कथा के माध्यम से प्रसंगों के बीच-बीच में श्री राम भक्ति के सिद्धांतों का वर्णन भी किया। भक्त प्रहलाद एवं श्री नरसिंह प्रभु का प्रादुर्भाव हुआ कथा के माध्यम से भक्तों ने जाना कि विश्वास पक्का हो भक्त का तो प्रभु खम्भे में से भी प्रकट होते हैं। इस मौके पर प्रधान रमेश अग्रवाल, महासचिव तरसेम मोदगिल, सुभाष अग्रवाल, विकास सिंगला, संजीव अरोड़ा, दविंदर वालिया गुरुजी, नील कमल शर्मा, नीना शर्मा, राजीव शर्मा, राजेन्द्र मोदगिल, प्रमोद शर्मा, अश्विनी छोटा, ओंकार त्रेहन, शोभन सिंह, अशोक कुमार, विशाल वालिया, पिंका अग्रवाल, विकास, शुभम सिंगला सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।