होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गत दिनों अंबाला से अमृतसर जा रहे होशियारपुर के नौजवान इंद्रजीत द्वारा गाड़ी छीनकर भागने के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। आज मृतक के परिजनों ने नलोइयां चौंक होशियारपुर पर जाम लगाकर इंद्रजीत का एनकाउंटर करने की घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस संबंधी मृतक के भाई मनिंदर ने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन कि मिलीभगत के कारण यह एनकाउंटर किया गया है क्योंकि, पुलिस द्वारा जो एनकाउंटर करने के बाद अपनी गलती छिपाने के लिए बातें बनाई गई थी वह असलियत से बहुत दूर हैं। मनिंदर ने कहा कि अगर इंद्रजीत का संबंध किसी गैंग से होता तो किसी भी पुलिस कर्मी पर एक भी खरोच नहीं आई है और न ही पुलिस ने उसके पास से कोई हथियार बरामद किया है।
जहां तक कि पुलिस द्वारा तो गाड़ी पर फायर करके गाड़ी रोकने का बहाना बनाया गया था जबकि गत दिवस मौके पर पहुंचे संदीप संधू बब्बू अज्जोवाल और मृतक के परिजनों ने बताया था कि गाड़ी पर कोई भी खरोच का निशान नहीं है बल्कि इंद्रजीत को गाड़ी से बाहर निकालकर उसका एनकाउंटर किया गया है। जोकि इंद्रजीत के पोस्टमार्टम दौरान स्पष्ट हो गया है कि उसका एनकाउंटर हुआ है और उसे 3 गोलियां लगी हैं। मनिंदर ने प्रशासन से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाकर पुलिस कर्मियों को बरखास्त करने की मांग की।
इस मौके पर भाजपा नेता सतीष बावा ने कहा कि प्रशासन द्वारा जंडियाला टोल प्लाजा पर लगे कैमरों की टैंपरिंग कर दी गई है जिससे साफ होता है कि प्रशासन और सरकार मिली हुई है और उन्होंने अपनी गलती को छिपाने के लिए इसे हादसे का नाम देकर इंद्रजीत को घायल घोषित कर दिया था और बाद में दिखावे के लिए उसे अस्पताल भर्ती करवाकर मृत घोषित कर दिया। गत दिवस भाजयुमो महामंत्री एवं भावाधस के जिलाप्रधान संदीप संधू अज्जोवाल ने भी अमृतसर अस्पताल पहुंचकर मामले की स्थिति जानी और पुलिस कर्मियों द्वारा की गई लापहरवाही की जमकर निंदा की। गलत ढंग से हुए इस एनकाउंटर में वंछित कर्मियों को उनकी लापरवाही के लिए सरकार से कार्रवाई की मांग की और परिवार को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई। इस अवसर पर भाजपा नेता राजा सैनी, चिंटू हंस, सुरिंदर भट्टी सहित कई गणमान्य नेताओं ने इस धरना प्रदर्शन में पीडि़त परिवार का साथ दिया।