होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद के द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि उनके बतौर स्वास्थ्य शिक्षा व रिसर्च मंत्री कार्यकाल में श्री गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की स्थापना होशियारपुर में की गई थी। जिससे आयुष शिक्षा पद्धति का काफी प्रचार और प्रसार हुआ। बड़ी कठिन मेहनत से यूनिवर्सिटी के लिए फंड इकट्ठा करके यूनिवर्सिटी को अपने पैरों पर खड़ा किया गया था। अब पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार इसके फंडों के साथ खिलवाड़ करके यूनिवर्सिटी को बर्बाद करने पर तुली हुई है। पिछले दिनों एक योजना बंद तरीके से आम आदमी पार्टी दिल्ली के इशारों पर, दिल्ली के अपने चहेतों को यूनिवर्सिटी में भारी भरकम वेतन पर एडजस्ट करने के लिए सी.एम योगशाला के नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया। जिसमें दिल्ली के दो व्यक्ति अमरेश कुमार झा व कमलेश कुमार मिश्रा को एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति प्रति माह पर राज्य स्तरीय कंसलटेंट की नियुक्ति दे दी गई है।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त दोनों ही व्यक्ति पहले दिल्ली की योगशाला जो कि दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वारा चलाई जा रही थी में तैनात थे तथा उन्हें वहां के बोर्ड ने अयोग्य करार देकर निकाल दिया गया था। उपरोक्त व्यक्ति आम आदमी पार्टी के नेतृत्व के दिल्ली में चाहेते हैं तथा एडजस्ट करने के लिए पंजाब में सी.एम योगशाला प्रोजेक्ट को शुरू किया, जबकि अगर योग को बढ़ावा देना ही है तो पंजाब में उनसे अधिक सैकड़ों उम्मीदवार ज्यादा पढ़े-लिखे, काबिल व तजुरबेकार थे। सूद ने कहा कि इसके अतिरिक्त भी यूनिवर्सिटी में 10 सुपरवाइजर तथा 80 ट्रेनरों की भर्ती होनी है व उसमें भी ऐसी ही घपलेबाजी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। सरकार इस कदम से यूनिवर्सिटी को तो नुकसान होगा ही परंतु जो मुख्यमंत्री दिन-रात पंजाबियों को नौकरी देने का ढिंढोरा पीटते हैं, उनकी पोल भी दिल्ली के लोगों को पंजाब में महत्वपूर्ण पदों पर एडजस्ट करने से खुल गई है।